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बालोद

गन्ना किसानों ने कहा – सरकार बोनस दे, नहीं तो बंद कर देंगे गन्ना की खेती

बालोद जिले के दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना करकाभाट पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जबसे धान का समर्थन मूल्य बढ़ा है, तब से गन्ना उत्पादक किसानों की संख्या घट गई है।

बालोदSep 20, 2024 / 11:31 pm

Chandra Kishor Deshmukh

Crisis at sugar factory बालोद जिले के दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना करकाभाट पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जबसे धान का समर्थन मूल्य बढ़ा है, तब से गन्ना उत्पादक किसानों की संख्या घट गई है।

गन्ना किसानों को नहीं मिल रहा बोनस

इधर शक्कर कारखाना में मेंटेनेंस का कार्य जारी है। दिसंबर में गन्ना पेराई व शक्कर उत्पादन का काम शुरू होगा। पेराई सत्र शुरू होने से पहले गन्ना किसानों ने राज्य सरकार व जिला प्रशासन से कहा कि धान का समर्थन मूल्य बढ़ रहा है। साथ ही बोनस भी मिल रहा है। लेकिन गन्ना किसानों की कोई सुध ही नहीं ले रहा है। बेचे गए गन्ना का बोनस तक नहीं दे रहे हैं, जिससे घाटा हो रहा है।
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बोनस नहीं मिला तो गन्ने की खेती बंद कर देंगे

गन्ना किसानों ने कहा कि सरकार किसानों को बोनस दे, नहीं तो गन्ना की खेती बंद कर देंगे। शक्कर कारखाना में गन्ना पेराई व शक्कर उत्पादन भी प्रभावित होगा। कारखाना के जीएम राजेंन्द्र कुमार राठिया ने बताया कि किसानों की मांग को शासन को भेज दिया गया है। यह शासन स्तर का मामला है। शासन के आदेश के अनुसार ही कार्य किया जा रहा है।

सिर्फ धान पर कर रहे फोकस

गन्ना उत्पादक किसान संघ के जिला अध्यक्ष तेजराम ने बताया कि कोई भी सरकार हो, उसे धान के साथ सभी फसलों पर ध्यान देना चाहिए। गन्ना उत्पादक किसानों की ओर भी ध्यान देने की जरूरत है। अब वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मिलकर गन्ने का बोनस दिलाने की मांग करेंगे। किसानों की मांगों पर सहमति नहीं बनी तो शक्कर कारखाना में गन्ना पेराई से पहले आंदोलन तय है।
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पांच साल से नहीं मिला बोनस

संघ के संरक्षक छगन देशमुख ने कहा कि पांच साल से बोनस नहीं मिल रहा है। इस विषय पर जल्द ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से चर्चा की जाएगी। गन्ना किसानों में अभी आक्रोश है। आखिर गन्ना उत्पादक किसानों पर क्यों ध्यान नहीं दे रहे हैं। यही हालात रही तो आगामी दिनों गन्ना किसानों की संख्या घट जाएगी।

पूर्व सरकार ने अंतर की राशि नहीं दी

विभागीय जानकारी के मुताबिक बीते पेराई सत्र में किसानों को 292 रुपए समर्थन मूल्य के हिसाब से गन्ना की खरीदी की गई थी। जबकि बोनस मिलाकर कुल 355 रुपए में गन्ना खरीदने की घोषणा पूर्व सरकार ने की थी, लेकिन अंतर की राशि नहीं दी, जिससे किसानों में नाराजगी है।

1300 किसान 1200 हेक्टेयर में कर रहे गन्ने की खेती

शक्कर कारखाना के मुताबिक जिले में कुल 1300 गन्ना उत्पादक किसान हैं। लगभग 1200 हेक्टेयर में गन्ने की फसल ली है। विभाग ने नए गन्ना उत्पादक किसान तैयार करना भी चुनौती है। जबसे धान का समर्थन मूल्य बढ़ा है, तब से गन्ना के प्रति किसानों का रुझान कम हो गया है।

मेंटेनेंस कार्य 70 प्रतिशत पूर्ण

शक्कर कारखाना में इन दिनों मेंटेनेंस कार्य चल रहा है। कारखाना के मुताबिक अब तक कारखाना में 70 प्रतिशत मेंटेनेंस कार्य पूर्ण हो चुका है। पेराई शुरू होने से पहले ही शत प्रतिशत मेंटेनेंस पूर्ण कर लिया जाएगा।

शासन को मांग भेज दिया है

शक्कर कारखाना करकाभाट के प्रबंध संचालक राजेंद्र कुमार राठिया ने कहा कि मेंटेनेंस कार्य चल रहा है। काम समय पर हो जाएगा। गन्ना किसानों की मांग शासन को भेज देते हैं। कोशिश है कि गन्ने की खेती के लिए नए किसानों को तैयार करें। गांव-गांव में शिविर लगाकर जागरूक भी कर रहे हैं।

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