पुलिस ने संभाली सुरक्षा व्यवस्था
रथयात्रा में शामिल होने जिला मुख्यालय के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई थी। रथयात्रा के दौरान कोई हंगामा न हो इसलिए शहर में पुलिस बल तैनात किया गया। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस ने भी जगह- जगह मोर्चा संभाले रखा।
श्रद्धालुओं को गजामूंग का किया वितरण
रथ यात्रा समिति की ओर से इस बार भगवान जगन्नाथ के साथ माता सुभद्रा व अग्रज बलभद्र को एक ही रथ पर बिठाया गया था। जैसे ही रथ निकली तो फिर पूरा नगर रथ खींचने के लिए मानो उमड़ पड़ा। बाजे-गाजे के साथ डीजे की धुन पर थिरकते श्रद्धालु रिमझिम बारिश के दौरान उत्साह के साथ रथ खींचते नजर आए। रथ कपिलेश्वर मंदिर से शुरू होकर मधु चौक, जयस्तम्भ चौक, गंगा सागर तालाब, दल्ली चौक, फोव्वारा चौक होते हुए सदर मार्ग से वापस कपिलेश्वर मंदिर पहुंचा। रथयात्रा के दौरान रास्ते भर भक्तो को गजामूंग, चना, मटर, दाल के प्रसाद का वितरण किया गया।
रथयात्रा के स्वागत के लिए सजा नगर
गुरुर में शनिवार को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पूरे उत्साह के साथ निकाली गई। सुबह हनुमान मंदिर में भगवान जगन्नाथ, अग्रज बलभद्र व वहन सुभद्रा की विशेष पूजा के बाद बलभद्र परिवार की रथयात्रा निकाली गई। रथयात्रा हनुमान मंदिर से अंबेडकर चौक से होते हुए वापस वापस हनुमान मंदिर पहुंची। इस दौरान रास्ते में भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने नगर सहित आपपास के दर्जनों ग्रामों के हजारों ग्रामीण पहुंचे थे। रथयात्रा के स्वागत के लिए नगर को तोरण से सजाया गया था, आंगन को लीपकर रंगोली सजाई गई थी।