वन रक्षक और चपरासी की निकली थी वैकेंसी
प्रार्थी एवं ग्राम ओडग़ांव थाना डौंडी निवासी चंदर सिंह पिता लीलाराम नुरूटी ने शिकायत में बताया कि 2022 में मंत्रालय से वन विभाग में वन रक्षक और चपरासी की विज्ञापन निकाला गया था। मैंने वन रक्षक के लिए फॉर्म भरा था। तभी पता चला कि प्रधान पाठक देवेंद्र ठाकुर का हरेंद्र नेताम के माध्यम से रायपुर मंत्रालय में वन मंत्री मो. अकबर के भांजे मदार खान से जान पहचान है। वह पैसा लेकर नौकरी लगा रहा है। यह भी पढ़ें
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प्रधानपाठक से शादी कार्यक्रम में मुलाकात हुई
उन्होंने बताया कि अप्रैल 2022 में हमारे रिश्तेदार में शादी कार्यक्रम था। जहां प्रधानपाठक देवेंद्र ठाकुर पहुंचे थे और उनसे मुलाकात हुई। उनसे नौकरी के बारे में चर्चा हुई। तब उन्होंने बताया कि कई लोगों से पैसा लेकर मैं हरेंद्र नेताम के माध्यम से पूर्व मंत्री के भांजे मदार खान के संपर्क में हूं, जो गांरटी के साथ 2 माह में नौकरी लगा रहा है। नहीं लगाने पर पैसा वापसी की गारंटी दी है।रायपुर में मदार खान से मुलाकात हुई और रकम दी
उन्होंने बताया कि मैं प्रधानपाठक की बातों आकर वन रक्षक में भर्ती के लिए भारतीय स्टेट बैंक दुर्गकोंदल से पर्सनल लोन 5 लाख रुपए निकाला। प्रधान पाठक कुछ दिन बाद मुझे अपने साथ रायपुर लेकर गए। वहां चार पहिया गाड़ी में मदार खान मिला। उसे देवेंद्र को मैंने पहले 4 लाख 50 हजार रुपए दिए। अन्य अभ्यर्थियों का भी पैसा लेकर गया था, जिसे झिल्ली में डालकर दिया। देखने से 25-30 लाख रुपए लग रहा था।रायपुर इंटरव्यू के लिए 30-35 लोग पहुंचे थे
उन्होंने बताया कि जुलाई 2022 में मुझे नटराज होटल रायपुर में इंटरव्यू के लिए बुलाने पर करीब 30-35 अभ्यर्थी पहुंचे थे। वहां इंटरव्यू के लिए 20 हजार रुपए जमा कराए गए। यह भी पढ़ें
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रायपुर के होटल में पूर्व मंत्री के भांजे ने कराया इंटरव्यू
उन्होंने बताया कि रुपए देने के बाद नटराज होटल के कमरे में इंटरव्यू हुआ। वहां प्रदीप ठाकुर, थानेश्वर कुमेटी ने मेरा इंटरव्यू, शारीरिक नापतौल किया। मदार खान और हरेंद्र नेताम ने मिलकर आश्वासन दिए कि आपकी नौकरी पक्की है। 7 दिन के भीतर नियुक्ति पत्र भेजेंगे। अब तक नौकरी नहीं लगी। पैसा वापस मांगने पर बार-बार मदार खान, हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर से निवेदन भी किया, लेकिन पैसा वापस नहीं कर रहे हैं। मदार खान ने पैसा एक सप्ताह में देने की बात कहकर घुमा रहा है।प्रधानपाठक के पास है ठगी के शिकार 30-35 लोगों के नाम
प्रार्थी ने कहा कि मैंने अपने गांव के आसपास व घोठिया में देवेंद्र ठाकुर के घर जाकर पता किया, तो करीब 30-35 लोगों से वन रक्षक एवं अन्य विभाग में नौकरी लगाने के नाम धोखाधड़ी की गई है। सभी से अलग-अलग 4 लाख 50 हजार रुपए लिए गए हैं। सभी की नौकरी नहीं लगाई गई है और पैसा भी नहीं लौटा रहे हैं। यह भी पढ़ें