कार, तीन मोबाइल व 25 एटीएम बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से कार व 3 नग मोबाइल, 25 नग एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक, ठगी की नगदी रकम 18 हजार रुपए, 2 नग सोने की चेन, 3 नग सोने का अंगूठी समेत कुल 3 लाख 50 हजार रुपए का सामान जब्त किया है। पुलिस ने भी लोगों को सतर्क रहने, अपने एटीएम व गोपनीय नंबर किसी को भी नहीं बताने की अपील की है। मामले का खुलासा एसपी एसआर भगत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया।
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पुलिस ने बनाई थी विशेष टीम
पुलिस अधीक्षक एसआर भगत ने बताया कि मामले को सुलझाने व आरोपी को पकडऩे विशेष टीम बनाई गई। एटीएम से लेकर आसपास लगे कैमरे से मदद ली गई। घटना स्थल पर आसपास दुकानदारों से पता चला कि आरोपी ब्लैक कलर की टी शर्ट में एटीएम में प्रार्थी के साथ सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है।
महिलाओं के साथ करते थे ठगी
पुलिस के मुताबिक 8 जुलाई को धनगांव निवासी नेमीचंद साहू ने मामला दर्ज कराया था कि उनकी मां चित्ररेखा डौंडीलोहारा के एटीएम में गई थी, तभी अज्ञात व्यक्ति ने मदद के बहाने एटीएम बदलकर उनके खाते से अलग-अलग समय में 75 हजार 9 रुपए की ठगी की थी।
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दोनों आरोपियों में बंटा था काम
सुरेश कुमार वर्मा : ये अपने साथी रामअवतार के साथ कार में ऐसे जगह जाते थे, जहां एटीएम हो। कोई कम पढ़े लिखा व्यक्ति व एटीएम के बारे में अंजान व्यक्ति देखकर उसके पीछे चले जाते थे। एटीएम से पैसे निकालने या जमा करने में मदद के बहाने एटीएम को बदल देते थे और भाग जाते थे।
रामअवतार राजभर : इसका काम एटीएम के बाहर कार को खड़ा करना रहता था। जैसे ही सुरेश एटीएम से बाहर निकलता, फिर रामअवतार कार को चालू कर वहां से निकल जाता था।
पेट्रोल पंप में किया एटीएम से भुगतान, पुलिस ने किया पीछा
पुलिस की टीम एटीएम से पंजीकृत मोबाइल नंबर का डिटेल लिया था। जैसे ही आरोपी ने पेट्रोल पंप में पेट्रोल का भुगतान करने एटीएम का प्रयोग किया तो मैसेज आने पर कार का पीछा किया। मुखबिर से जानकारी मिली कि कार बालोद से डौंडीलोहारा की ओर तेज रफ्तार में आ रही है। डौंडीलोहारा चेकिंग पाइंट पर कार को रोका और पूछताछ की गई तो पूरी बात बताई।
पहले भी जा चुके हैं जेल
सुरेश कुमार वर्मा मूलत: यूपी का रहने वाला है। वर्तमान में कोहका भिलाई जिला दुर्ग में किराए के मकान में रहता है। पूर्व में लूट के आरोप में जेल जा चुका है। अपने साथी राम अवतार राजभर को कुछ दिन पहले ही यूपी से भिलाई बुलाया। अपनी कार से दुर्ग जिला से अन्य जिले जाकर एटीएम से पैसा निकालने वालों को अपनी बातों में फंसाकर उसका एटीएम पासवर्ड देख कर सेम बैंक का एटीएम से बदल देते थे। वहां से जाकर अन्य एटीएम से पैसा आहरण कर धोखाधड़ी करते थे।
देवरी एटीएम से फुटेज लेकर कार का पीछा किया
लोहारा रोड पर लगे सीसीटीवी को त्रिनयन ऐप की मदद से सैकड़ों फुटेज देख बारीकी से एनालिसिस कर संदिग्ध कार को चिन्हांकित किया गया। प्रार्थी के बैंक डिटेल मेें रकम किन-किन एटीएम से निकाली गई, इसकी जानकारी लेकर देवरी के एसबीआई एटीएम के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर कार का पीछा किया। थाना प्रभारी डौंडीलोहारा, स्टाफ और साइबर सेल टीम बालोद के पूछने पर दुर्ग से आना और राजनांदगांव जाना बताया। संदिग्ध लगने पर कार को चेक करने पर बहुत सारे अलग- अलग बैंक के एटीएम कार्ड मिले। कड़ाई से पूछताछ में एटीएम एक्सचेंज कर फ्रॉड करना और 6 जुलाई बालोद से डौंडीलोहारा आकर एक व्यक्ति से एटीएम कार्ड बदलकर 75 हजार रुपए निकालना स्वीकार किया। आरोपी सुरेश वर्मा ने बताया कि दोनों ने राजनादगांव, धमतरी, तिल्दा, महासमुंद के जिले में भी इसी तरह धोखाधड़ी की है। पुलिस ने दोनों को न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।
आरोपी को पकड़ने इनकी रही अहम भूमिका
एएसपी अशोक जोशी, डीएसपी नवनीत कौर, एसडीओपी देवांश सिंह राठौर, थाना प्रभारी डौंडीलोहारा लक्ष्मीप्रसाद जयसवाल, एएसआई आत्माराम धनेलिया, आरक्षक त्रवेश सिन्हा, साइबर सेल से प्रधान आरक्षक भुनेश्वर मरकाम, विवेक शाही, रूमलाल चुरेंद्र, आरक्षक राहुल मनहरे, आकाश सोनी, आकाश दुबे, विपिन गुप्ता, पूरन प्रसाद देवांगन, मिथलेश यादव, योगेश पटेल, गुलजरी साहू, योगेश गेडाम क भूमिका रही।