scriptपत्तों से बने दोना-पत्तल में 901 से अधिक कन्याओं को कराया कन्या भोज | गंगा मैया मंदिर झलमला: मंदिर में महाष्टमी पर कन्याओं को कराया गया भोज, | Patrika News
बालोद

पत्तों से बने दोना-पत्तल में 901 से अधिक कन्याओं को कराया कन्या भोज

शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर गंगा मैया मंदिर झलमला में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन हुआ।

बालोदOct 11, 2024 / 11:42 pm

Chandra Kishor Deshmukh

शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर गंगा मैया मंदिर झलमला में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन हुआ।
Kanya Bhojan शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर गंगा मैया मंदिर झलमला में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन हुआ। देवी स्वरूपा 901 से अधिक कन्याओं की पूजा कर पुलिस अधिक्षक एसआर भगत, एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने कन्या भोज कराया। मंदिर ट्रस्ट हर साल आयोजन करता है। इस बार भी ऐतिहासिक रूप से कन्या भोज कराया। कन्या भोज को देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर पहुंचे।

पर्यावरण संरक्षण में लोग भी अपनी सहभागिता दें

पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए मंदिर ट्रस्ट ने इस बार पेड़ की पत्ती से बने पत्तल में भोजन कराया। अन्य लोगों को भी पर्यावरण संरक्षण में अपनी सहभागिता निभाने अपील की।
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सभी कन्याओं को उपहार में मिली स्टील की थालियां

मंदिर ट्रस्ट ने कन्या भोज में शामिल सभी देवी स्वरूपा कन्याओं को स्टील की थाली व धामा उपहार में दिया। रेडक्रॉस, मंदिर ट्रस्ट के सदस्य, आमजन सहित विभिन्न लोगों ने कन्याओं को खीर, पूड़ी, भोजन, पानी वितरण करने में सहयोग किया।

40 से अधिक स्कूल के बच्चे हुए शामिल

कन्या भोज के लिए 40 से अधिक स्कूल से लगभग 900 से अधिक बलिकाओं का पंजीयन था। इसके आलावा गंगा मैया के दर्शन करने आई छोटी बालिकाओं को भी कन्या भोज कराया गया।
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गर्भ गृह से निकलेगा ज्योत जंवारा

शनिवार को विधि-विधान से वैदिक मंत्रों के साथ पूजा-अर्चना कर गंगा मैया के गर्भ गृह से ज्योत जंवारा विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी। 60 कुंवारे लड़के अपने सिर पर ज्योत जंवारा कलश धारण कर बाजे-गाजे व देवी जस गीतों के साथ गंगा मैया के उदगम स्थल बांधा तालाब पहुंचेंगे और विसर्जन करेंगे।

मंदिर में पॉलीथिन पर प्रतिबंध

मंदिर परिसर में पॉलीथिन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है। मंदिर के व्यवस्थापक सोहन लाल टावरी ने बताया कि कुछ वर्षों से यहां पॉलीथिन प्रतिबंधित की गई है। इस बार भी पॉलीथिन मुक्त भारत की पहल की गई।

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