दूसरे जिले से मंगाएंगे गन्ना
इस बार भी गन्ने की कमी रहेगी। अन्य जिले के किसानों से गन्ना लिया जाएगा। जिले में किसानों को गन्ना की फसल लेने के प्रति विभाग अभी तक सफल नहीं हुआ है। जिले में गन्ना उत्पादकों की संख्या कम होती जा रही है। किसानों के मुताबिक जबसे धान का समर्थन मूल्य बढ़ा है, तबसे गन्ना के प्रति रुझान कम हो गया है। यह भी पढ़ें
आमरण अनशन के बाद बनी सहमति, भरदाकला में हायर सेकंडरी स्कूल में खनिज न्यास से बनाए जाएंगे तीन कमरे
दिसंबर में शुरू होगी गन्ना पेराई व शक्कर उत्पादन
विभागीय जानकारी के मुताबिक दिसंबर में शक्कर कारखाना में गन्ना पेराई व शक्कर उत्पादन शुरू होगा, जिसकी तैयारी चल रही है।सिर्फ धान के दामों में वृद्धि, गन्ना की सुध नहीं
गन्ना उत्पादक किसान तेज राम ने कहा कि सरकार धान का समर्थन मूल्य बढ़ाती है तो गन्ना का भी बढ़ाना चाहिए। फसलों में किसानो के साथ न्याय करें। आज शक्कर कारखाना को चलाने गन्ने की जरूरत है। किसान जागरूक भी होंगे और गन्ने की खेती भी करेंगे, लेकिन इसके लिए सरकार को भी गंभीरता से सोचकर गन्ने के समर्थन मूल्य पर भी ध्यान देना चाहिए। यह भी पढ़ें
बालोद जिले का भू-जल स्तर गिरा, 50 गांव के किसानों ने गर्मी में धान की फसल नहीं उगाने का लिया संकल्प
1300 किसान 12 सौ हेक्टेयर में कर रहे खेती
जिलेभर में कुल 1300 गन्ना उत्पादक किसान हैं, जिन्होंने लगभग 1200 हेक्टेयर में गन्ने की फसल ली है। विभाग के लिए नए गन्ना किसान तैयार करना भी चुनौती बन गया है। जबसे धान का समर्थन मूल्य बढ़ा है, तबसे गन्ना के प्रति किसानों का रुझान कम हो गया है।गांव-गांव में शिविर लगाकर जागरूक कर रहे
शक्कर कारखाना करकाभाट के प्रबंध संचालक राजेंद्र कुमार राठिया ने कहा किगन्ना किसानों की मांग शासन के पास भेज दी जाती है। हमारी कोशिश है कि नए गन्ना किसानों को तैयार करें। गांव-गांव में शिविर लगाकर जागरूक कर रहे हैं।