बालोद

है न ताज्जुब की बात : आधा सत्र बीत गया मगर अब तक नहीं पहुंची पाठ्य पुस्तक

शिक्षण सत्र का आधा साल बीत गया है, पर शिक्षा विभाग ने जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को पाठ्य पुस्तक नहीं उपलब्ध करा पाया। अब जाकर विभाग स्कूलों की सूची मांग रहे हैं जहां पाठ्य पुस्तक नहीं पहुंच पाई है।

बालोदDec 08, 2018 / 12:11 am

Chandra Kishor Deshmukh

है न ताज्जुब की बात : आधा सत्र बीत गया मगर अब तक नहीं पहुंची पाठ्य पुस्तक

बालोद. शिक्षण सत्र का आधा साल बीत गया है, पर शिक्षा विभाग ने जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को पाठ्य पुस्तक नहीं उपलब्ध करा पाया। अब जाकर विभाग स्कूलों की सूची मांग रहे हैं जहां पाठ्य पुस्तक नहीं पहुंच पाई है। बता दें कि शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के विवेकानंद सभागार में प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों के प्रधान पाठक व संकुल समन्वयकों की दो पालियों में हुई बैठक में कई दिशा निर्देश दिए। इसमें पहले स्कूलों में पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता के साथ पढ़ाई की स्थिति जानी गई। इससे हम ये अंदाजा लगा सकते हैं कि स्कूलों में शिक्षा की क्या व्यवस्था होगी।
बच्चों को हर हाल में आना चाहिए 10 से 20 तक का पहाड़ा
विकासखंड शिक्षा अधिकारी बसंत बाघ ने कहा कि स्कूलों में बच्चों को पहाड़ा नहीं आता, बच्चों को पहाड़े का ज्ञान अनिवार्य है। कक्षा पहली व दूसरी के बच्चों को तो हर हाल में 10 तक का पहाड़ा याद होना चाहिए । वहीं तीसरी से पांचवी तक के बच्चों को 20 तक का पहाड़ा याद होना चाहिए। इसके आलावा छठवीं से कक्षा आठवीं तक के बच्चों को 25 तक का पहाड़ा याद कराना है। स्कूलों की सफ ाई पर ध्यान देने के निर्देश भी दिए। बच्चों को अंग्रेजी में पोयम आना चाहिए।
अद्र्धवार्षिक परीक्षा की करें तैयारी
एबीइओ विजय यादव ने कहा आने वाले 15 दिसंबर से अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू होगी। इस परीक्षा को वार्षिक परीक्षा समझें और उसी की तरह तैयारी भी पूरी कर लें। इसमें लापरवाही नहीं होनी चाहिए। बैठक में बालोद ब्लॉक के स्कूलों के प्रधानपाठक शामिल हुए।
स्कूलों में अब आड़ी बिछाएंगे टाटपट्टी
प्राथमिक स्कूलों में अक्सर देखा जाता है कि टाटपट्टी खड़ी बिछाते हैं, पर अब टाटपट्टी को आड़ी बिछानी होगी, अगर किसी भी स्कूल में इस आदेश का पालन नहीं होगा तो निरीक्षण में ऐसी लापरवाही पाई गई, तो ऐसे प्रधान पाठकों पर कार्रवाई हो सकती है।

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