किसान गन्ने की फसल लेना करेंगे बंद
गन्ना उत्पादक संघ के जिला अध्यक्ष तेजराम साहू ने कहा कि गन्ना उत्पादकों के साथ अन्याय हो रहा है। समय रहते सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में जिले के किसान गन्ने की फसल लेना बंद कर देंगे।
पांच माह बाद होंगे नगरीय निकाय चुनाव, शहर में कांग्रेस के लिए जीतना आसान नहीं
घोषणा पत्र समिति के संयोजक को सौंपी थी मांग
संघ के संरक्षक छगन देशमुख ने कहा कि धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल किया। 21 विंवटल प्रति एकड़ खरीदी की जा रही है। विधानसभा चुनाव के पूर्व भी हमने भी गन्ने के समर्थन मूल्य के अलावा 200 या 250 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग घोषणा पत्र में शामिल करने घोषणा पत्र समिति के संयोजक विजय बघेल 23 सितंबर 2023 को दिया था।
मंत्रियों से भी मिल चुके
प्रदेश गन्ना उत्पादक किसान संघ ने भी तीन बार मुलाकात कर गन्ना का रेट बढ़ाने का आग्रह किया है। कृषि मंत्री रामविचार नेताम, गृहमंत्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओपी चौधरी एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव से मुलाकात की थी।दान का रेट बढ़ाने से गन्ने की खेती को घाटा
उन्होंने कहा कि धान का रेट बढऩे से गन्ना की खेती घाटे की रहेगी। इसलिए गन्ना का रेट बढ़ाने की मांग की थी। सिर्फ आश्वासन ही मिला। इसलिए किसानों ने धरना प्रदर्शन किया। समर्थन मूल्य के अलावा 200 या 250 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस पेराई वर्ष 2023-24 से तत्काल दिया जाए। मांग को कैबिनेट की बैठक बुलाकर तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
कांकेर लोकसभा में 26 साल का सूखा समाप्त नहीं कर पाई कांग्रेस, मामूली अंतर से मिली हार
20 दिन के भीतर करें मांग पूरी, नहीं तो आंदोलन तय
गन्ना उत्पादक संघ ने कहा कि 15 से 20 दिवस के भीतर हमारी मांगों को पूर्ण नहीं किया जाता है तो हम किसान संघ धरना प्रदर्शन, रैली एवं चक्काजाम करेंगे।