कुर्सी, टेबल व दीवार ही एसी, कूलर, पंखे की हवा खा रहे
जिले के कई ऐसे विभाग हैं, जिसके लिए सरकार का कोई भी दिशा-निर्देश किसी काम का नहीं है। इन विभागों में कर्मचारी व अधिकारी न हों, लेकिन बिजली जलती रहती है। कुर्सी, टेबल व दीवार ही एसी, कूलर, पंखे की हवा खा रहे हैं। जिला कलेक्ट्रेट में भी कई ऐसे विभाग हैं, जहां यही हाल है। दूसरी ओर ग्रामीण बिजली की कटौती से परेशान हैं। दरअसल जिला प्रशासन व विभागों के अधिकारी ही लापरवाह हैं, जो व्यर्थ जल रही बिजली को बंद करने कोई दिशा-निर्देश नहीं देते।अधिकारी ही कर रहे अनदेखी
कलेक्टर दफ्तर से लेकर सरकारी कार्यालयों में बिजली की बेकद्री साफ नजर आई। जिम्मेदार विभाग के अधिकारी बिजली बचत में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।पितृ भोज : बोर व कुआं का गंदा पानी पीने के बाद 72 लोग उल्टी दस्त से पीड़ित, 22 बच्चे भी शामिल, दो गंभीर रेफर
कलेक्ट्रेट, नगर पालिका व नगर पंचायत में बचत जरूरी
जिला कलेक्ट्रेट में ही कई विभाग में सिर्फ एक-दो ही कर्मचारी बैठे हुए दिखाई दिए, लेकिन यहां तीन पंखे, छह लाइट जलती रही। वहीं कुछ जगह एक भी कर्मचारी कार्यालय में नहीं है। सभी लंच में गए हुए थे, लेकिन बेवजह पंखे चलते रहे।ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती से लोग हलाकन
जिले के कई ग्रामीण इलाकों में भी बिजली कटौती की जा रही है। हालांकि विभाग व शासन दावा करता है कि पर्याप्त व 24 घंटे बिजली दी जा रही है। आज भी 24 घंटे बिजली रोज नहीं मिल रही है।घर से बेटे-बहू ने बुजुर्गों को निकाला, वृद्धाश्रम में मिला सहारा
यह तस्वीर बता रही सरकारी विभाग में दुरुपयोग
लोक निर्माण विभाग में कुर्सी खाली है पर बिजली, पंखे कूलर चल रहे हैं, लेकिन इसे बंद करने वाला कोई नहीं था। ठंडी हवा से कुर्सी, टेबल ही ठंडा हो गया।तहसील कार्यालय में भी कुर्सी से कर्मचारी नदारद हैं, लेकिन पंखे व लाइट जल रही थीं। यहां भी कोई बिजली बंद करने वाला नहीं था।
जिला मुख्यालय के जिला शिक्षा विभाग ऑफिस में भी कुर्सियां व टेबल हवा लेते दिखाई दिए। बाहर की लाइट भी जलती रही। यह हाल सिर्फ कुछ ही विभाग का है। अन्य विभागों में यह लापरवाही जारी है।