ये है पूरा घटनाक्रम
पुलिस के अनुसार शराब के नशे में कहीं गिरने के चोट को लेकर केंद्र में सूर्यकांत शर्मा पिता मिथिलेश प्रसाद शर्मा, प्रवीण चंदेल पिता किशोर सिंह चंदेल, सन्नी तिवारी पिता लेख नारायण तिवारी पहुंचे। डॉ. लेखराम कोसरे व मेष कुमार साहू सूर्यकांत शर्मा का इलाज ड्रेसर कक्ष में कर रहे थे। उसी समय 3 वर्षीय एक बच्ची को अस्पताल में लाया गया, उसकी स्थिति बहुत नाजुक थी। डॉक्टर व वार्ड ब्वाय तत्काल उसकी जांच करने लगे। उसी समय तीनों ने गाली गलौज कर पहले अपना इलाज कराने कहा। इन तीनों को समझने की कोशिश की गई, लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थे। तीनों व्यक्तियों ने ड्यूटी डॉक्टर के साथ धक्का मुक्की कर वार्ड ब्वाय के साथ मारपीट करने लगे। इंजेक्शन रूम में ड्यूटी कर रही नर्स भी घबरा गई। इसकी सूचना तत्काल थाना अर्जुंदा को दी। पुलिस मौके पर पहुंच कर तीनों को थाने ले गई। यह भी पढ़ें
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राजनीतिक दलों का शुरू हो गया दबाव
इसकी सूचना मिलते ही थाने में राजनीतिक दलों का आना-जाना एवं फोन के माध्यम से आपसी समझौते की बात को लेकर कोशिश करने लगे। यहां तक कि डॉक्टर को भी कार्रवाई न करने पर दबाव बनाने लगे।कर्मचारी संघ ने किया धरना-प्रदर्शन
इस पूरे मामले पर की जानकारी होने पर स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ जिला बालोद ने एकदिवसीय विरोध धरना प्रदर्शन कर जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षण करवाते हुए अपनी बातों को रखा। स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों को सुरक्षा देने की मांग की। प्रति दिवस एक पुलिस कर्मचारी की ड्यूटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाने की मांग की। मारपीट मामले में तत्काल कार्रवाई नहीं करने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की बात कही। यह भी पढ़ें