2019 में बनी थी योजना
साल 2019 से सिटी बस संचालन की योजना बनाई गई थी। रूट प्रकाशन व परमिट नहीं मिलने के कारण मामला अटका हुआ है। वहीं सिटी बस भिलाई में कंडम पड़ी है। दुर्ग के तत्कालीन कमीश्नर दिलीप वासनीकर ने ही सिटी बस संचालन की अनुमति दी थी। इसके बाद से जिलेवासियों को सिटी बस का इंतजार है। सिटी बस का संचालन जिले की सड़कों पर शुरू हो जाए तो यात्रियों को राहत मिलेगी।
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एजेंसी बदली लेकिन सुविधा नहीं मिली
एक साल पहले सिटी बस संचालन के लिए परिवहन मंत्री ने यातायात व परिवहन विभाग की बैठक ली थी। सिटी बस संचालन के लिए दुर्ग के लिए योजना बनाई थी। बालोद जिले के लिए योजना नहीं बनी। संचालन एजेंसी बदली गई, लेकिन सुविधा नहीं मिली।
किस-किस रूट पर चलेगी बस, यही तय नहीं
जिले में भी सिटी बस चलाने की योजना 2019 में बनी तो लोगों में उत्साह था। सटी बस से सफर आसान होगा। अभी यह तय भी नहीं हो पाया है कि आखिर किस-किस रूट पर बस का संचालन होगा व कब से होगा।
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पहले चल रही थी गुंडरदेही तक सिटी बस, 2020 से बंद
कोरोना काल से पहले सिटी बस का संचालन गुंडरदेही तक किया जा रहा था। 2020 से सिटी बस का संचालन बंद है। बालोद आरटीओ बीते साल प्रस्ताव बनाकर भेज चुका है। आरटीओ अधिकारी प्रकाश रावटे ने कहा कि पूरी जानकारी लेकर ही कह पाऊंगा।
सिटी बस सफर हो जाता सस्ता
सिटी बस के संचालन से जिला मुख्यालय के सभी शहर व ब्लॉक मुख्यालय तक सफर आसन व सस्ता हो जाता। साथ ही सिटी बस के संचालन से राहत भी मिलती। फिलहाल अभी सिटी बस संचालन के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
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कांग्रेस कार्यकाल में ली थी बैठक
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यकाल में सिटी बस संचालन को लेकर प्रयास जरूर किया था। अपने कार्यालय में इसे साकार नहीं कर पाए। नतीजा यह हुआ कि आज तक बस के पहिए सड़क पर दौड़े।
करेंगे प्रयास सिटी बस संचालन का
भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री राकेश यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष पवन साहू ने कहा कि जल्द ही इस विषय पर मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी। भाजपा शासनकाल में हमें उम्मीद है कि कई विकास कार्य होंगे।