प्रार्थी तुलाराम ने बताया कि वह बकरी चराता है। 9 अगस्त को मेरा लड़का प्रेमलाल धोबी अपने मोबाइल में रिचार्ज कराने 300 रुपए मांग कर देवरी आया था। उसने मोबाइल रिचार्ज नहीं कराया और शराब पी ली। शराब पीने के बाद शाम 5 बजे घर आया। उसी समय से मेरी पत्नी निराशा बाई और छोटे नाती हेमनाथ के साथ लड़ाई-झगड़ा कर रहा था। शाम 6 बजे मैं खेत से घर आया। घर में लड़ाई-झगड़ा कर गालियां दे रहा था, जो सुनने में खराब लग रहा था। करीब घंटा-डेढ़ घंटा तक गाली-गलौज की।
नाती ने भी गाली-गलौज से किया था मना, तो मारने के लिए दौड़ाया
रात्रि 8 बजे मेरा नाती हेमनाथ ने अपने पिता प्रेमलाल को गाली-गलौज करने से मना किया तो उसने नाती को चूल्हे की लकड़ी से मारने के लिए दौड़ाने लगा, तब मेरी पत्नी निराशा बाई और मैंने बीच-बचाव किया। तब हम दोनों से गाली-गलौज कर जान से मार धमकी दी और चूल्हा की लकड़ी से पत्नी के सिर पर मार दिया। मुझे भी एक डंडा मारा है, जिससे पत्नी और मेरे मस्तक के पास चोट आई। इलाज कराने शासकीय अस्पताल देवरी पहुंचे। पुलिस ने धारा 115(2), 296, 351(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।