दरअसल, वर्तमान कार्यवाहक सरपंच अनिता हिरवानी एवं पंचायत पदाधिकारियों ने सचिव एवं सेल्समैन से कई बार जानकारी मांगी, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिलने पर 28 अक्टूबर की पंचायत बैठक में सेल्समैन अजय कुमार को हटाकर दुष्यंत कुमार को नया सेल्समैन नियुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
पंचायत ने पंचायत सचिव योगेश कुमार को निर्देशित किया कि वह अजय कुमार को हटाए जाने की सूचना दे एवं सारा
हिसाब पंचायत में जमा करने पत्र जारी करे, लेकिन सचिव के पत्र जारी नहीं करने से अजय कुमार यथावत काम
करता रहा।
इसके दो माह पूर्व भी सेल्समैन अजय कुमार को हटाकर नया सेल्समैन नियुक्त करने का प्रस्ताव लिया गया था। तब भी पंचायत सचिव ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। सरपंच अनिता हिरवानी ने बताया सचिव बार-बार वर्तमान सेल्समैन से ही कार्य कराने के लिए पंचायत के प्रस्तावों पर कार्रवाई नहीं कर रहा था।
विवाद एसडीएम बालोद के पास पहुंचा, जिस पर उन्होंने 30 अक्टूबर को पत्र जारी कर स्पष्ट कर दिया कि उचित मूल्य दुकान में सेल्समैन नियुक्ति के लिए पंचायत सक्षम है, अर्थात पंचायत के प्रस्ताव अनुसार अब सेल्समैन दुष्यंत कुमार है। लेकिन उसके बाद भी अजय कुमार द्वारा कोई हिसाब या अन्य दस्तावेज एवं सामग्री पंचायत के सुपुर्द नहीं किया गया। बागतराई में दुकान पंचायत चला रही है।
ऐसे में खाद्यान्न के लिए मांग पत्र पर सचिव सरपंच का हस्ताक्षर अनिवार्य है, लेकिन दोनो, के हस्ताक्षर के बिना ही पहुंचे पत्र पर विभाग खाद्याान्न जारी कर रहा है। विभाग द्वारा कब, किसका नाम काटा व जोड़ा जाता है उसकी भी सूचना पंचायत को नहीं दी जाती है। खाद्य विभाग अपनी बैठकों में सचिव, सरपंच को नहीं बुलाता, सेल्समैनों को बुलाकर उन्हें शासन के निर्देशों की जानकारी दी जाती है जबकि सेल्समैन पंचायत का एक वेतनभोगी कर्मचारी होता है।
सेल्समैन अजय कुमार ने बताया कि खाद्य सामग्री के लिए मांग पत्र पर हस्ताक्षर नहीं लेने के लिए विभाग के खाद्य निरीक्षक ने कहा। इसलिए घोषणा पत्र में सरपंच, सचिव के हस्ताक्षर नहीं लेता, मैं अपनी हस्ताक्षर से खाद्य सामग्री मंगवा लेता हूं। मुझे अब तक पंचायत ने हटाए जाने की सूचना नहीं दी है। सचिव योगेश कुुमार ने बताया कि मैंने मौखिक सूचना अजय कुमार को देते हुए हिसाब सौंपने कहा था। सेल्समैन को पंचायत में बुलाकर भी पंचायत के प्रस्ताव से अवगत करा चुका हूं। मैं कभी खाद्यान्न के लिए घोषणा पत्र में हस्ताक्षर नहीं किया हूं।
सेल्समैन कभी मेरे पास घोषणा पत्र में हस्ताक्षर के लिए आया ही नही। पंचायत प्रस्ताव में अजय कुमार को हटाए जाने के बाद भी खाद्य निरीक्षक के कहने पर नवंबर माह का खाद्यान्न अजय कुमार वितरित करेगा। ग्रामीण इवन कुमार ने बताया कि खाद्यान्न वितरण से प्राप्त कमीशन पंचायत का नहीं सेल्समैन का होता है। पंचायत ने वर्तमान सेल्समैन को हटाए बिना नई नियुक्ति कर दी है, जो गलत है। विधायक भैयाराम सिन्हा ने बताया कि 1 तारीख से राशन वितरण किया जाना था।
सरपंच द्वारा दुकान में तालाबंदी गलत है, इससे ग्रामीणो को परेशानी हुई है। उच्च अधिकारियों से चर्चा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कराएंगे। सरपंच अनिता हिरवानी ने बताया कि पूर्व सेल्समैन अजय कुमार पंचायत को आय-व्यय, खाद्यान्न एवं हितग्राही संख्या की जानकारी नहीं दे रहा था। पंचायत प्रस्ताव के बाद अजय कुमार हिसाब एवं सामग्री भी नहीं सौंप रहा था, एजेंसी पंचायत है लेकिन पंचायत का नियत्रंण दुकान पर नहीं है।