फाइलेरिया के लक्षण ये हैं
पैरों और हाथों में सूजन
अंडकोशों में सूजन (हाइड्रोसिल)
बदन में खुजली
बुखार
ठंड लगना
त्वचा शुष्क, मोटी, गहरी, छालेयुक्त और धब्बेदार होना
सूजे हुए क्षेत्रों में दर्द
प्रतिरक्षा प्रणाली का कमज़ोर होना
त्वचा पर जीवाणु संक्रमण बचाव के उपाय
त्वचा की देखभाल करें और कटौती-खरोंच को साफ रखें।
प्रभावित अंग को ऊपर उठाएं या लोचदार पट्टी बांधें।
आंवला, अश्वगंधा, बेल पत्र और अदरक का सेवन करें।
डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा या उपाय न करें।
जिले के किस ब्लॉक में कितने मरीज
ब्लॉक – फाइलेरिया मरीजबालोद – 30
डौंडी – 15
डौंडीलोहारा – 15
गुंडरदेही – 13
गुरुर – 11
कुल – 84
नगरीय निकायों में एक चरण और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तीन चरणों में होगा
सामूहिक दवा सेवन अभियान चलेगा
फाइलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ वर्ष 2027 तक के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल के निर्देशन में जिले में सामूहिक दवा सेवन अभियान चलाया जाएगा। इसके बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमके सूर्यवंशी ने स्वास्थ्य अधिकारियो की बैठक लिए।
बूथ लेवल पर दवा खिलाई जाएगी
आगामी 10 से 14 फरवरी तक बूथ लेवल तक दवा खिलाई जाएगी। 15 से 25 फरवरी तक घर-घर भ्रमण कर दवा खिलाना और 26 से 28 फरवरी तक माप-अप राउंड चलाया जाना है। इस अभियान में शासन के सभी विभागों का सहयोग लिया जाना है। इसके लिए राज्य स्तर से तकनीकी निर्देश/ दिशा निर्देश प्रसारित किए गए हैं।
कार्यशाला में कार्यक्रम की पूरी जानकारी दी
बीते दिनों मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सभागार में समन्वय सह प्रशिक्षण कार्यशाला हुई। कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमके सूर्यवंशी के प्रस्तावना उद्बोधन से हुआ। विश्व स्वास्थ्य संगठन रायपुर की ओर से आए राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सिंह ने कार्यक्रम की पूर्ण जानकारी दी। जिला नोडल अधिकारी डॉ. जीआर रावटे ने सभी सहयोगी विभागों से समन्वय के बारे में बताया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक अखिलेश शर्मा ने कार्ययोजना एवं आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता पर बात कही।
विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी रहे मौजूद
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग, आयुष चिकित्सा विभाग, औधोगिक प्रशिक्षण केंद्र, मितानिन परियोजना के जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति रही। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से समस्त खंड चिकित्सा अधिकारी, समस्त विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक, समस्त खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी भी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला मलेरिया कार्यालय की ओर से आरके सोनबोइर, सूर्यकांत साहू एवं पीसीआई की ओर से दीपक सिंह बैठक में शामिल हुए।