122 समितियों के 143 केंद्रों में की जाएगी धान की खरीदी
जिले के धान खरीदी केंद्रों में भी उगी झाडिय़ों की साफ-सफाई भी शुरू कर दी गई है क्योंकि अभी त्यौहारी सीजन है। ऐसे में धान खरीदी नजदीक आते ही काम करने में जल्दबाजी होती है। वहीं इस बार भी जिले में 122 समितियों के 143 धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी की जाएगी। हालांकि 8 नए धान खरीदी केंद्र खोलने शासन को प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन शासन स्तर पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। यह भी पढ़ें
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अभी तक 3278 नए किसानों ने कराया पंजीयन
जिले में अभी तक समर्थन मूल्य में धान बेचने के लिए कुल 1 लाख 49 हजार 866 किसानों ने पंजीयन कराया है, जिसमे 3278 नए किसान शामिल हंै। ये नए किसान पहली बार समर्थन मूल्य पर धान बेचेंगे।धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपए तय, अंतिम फैसला मंत्री परिषद की बैठक के बाद
प्रदेश सरकार ने दीपावली के बाद धान खरीदी का निर्णय लिया है। बीते दिनों हुई बैठक में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा था कि सरकार 3,100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदेगी। इसके लिए सभी धान खरीदी केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीन का उपयोग होगा। हालांकि इस पर अभी अंतिम फैसला राज्य मंत्री परिषद की बैठक में लिया जाएगा। यह देखें :
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इस बार जिले में हो सकती है अच्छी धान की आवक
देखा जाए तो इस साल धान की फसल काफी अच्छी है। धान की फसलों को देख किसान भी काफी खुश हैं। जिस प्रकार जिले में धान की फसलों की स्थिति है, उससे यही लग रहा है कि इस बार जिले में रिकॉर्ड धान की आवक धान खरीदी केंद्रों में होगी क्योंकि जिले भर में धान की अच्छी पैदावारी हुई है।8 नए धान खरीदी केंद्र के लिए भेजा गया है प्रस्ताव
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के मुताबिक जिले भर में 8 नए धान खरीदी केंद्र खोलने किसानों की मांग पर प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। लेकिन अभी शासन से कोई अनुमति नहीं मिली है।फसल पकने की स्थिति में 1 नवंबर से हो धान की खरीदी
कांग्रेस ने राज्य सरकार द्वारा 15 नवंबर से धान की खरीदी करने की योजना का विरोध किया है और 15 नवंबर की बजाय 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू करने की मांग की। कांग्रेस जिला अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर व विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि कई किसानों की धान की फसल पकने की स्थिति में है। दीवाली के आस पास धान की कटाई भी शुरू हो जाएगी। 1 नवंबर से धान की खरीदी शुरू करते तो बिना किसी परेशानी के किसान धान बेचते। लेकिन 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने पर धान बेचने किसानों की भीड़ अधिक रहेगी। इस पर सरकार को विचार करना चाहिए।ग्रामीणों ने कलेक्टर से धान खरीदी केंद्र खोलने की रखी मांग
जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड के लगभग 6 से अधिक गांव के ग्रामीण ग्राम खोलझर में इस खरीदी सत्र में धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग कलेक्टर से की है। ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ों के रास्ते से होकर घने जंगलों से गुजरते हुए दस किमी दूर धान बेचने भंवरमरा जाते हैं, जिससे काफी परेशानी होती है। ऐसे में ग्रामीणों व किसानों को राहत दिलाने ग्राम खोलझर में धान खरीदी केंद्र खोला जाए। ग्रामीणों ने आपनी इन मांगों को लेकर कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक को ज्ञापन सौंपा।पहाड़ों से होकर जाते हैं 10 किमी दूर धान बेचने
ग्रामीण संतोष कुमार ने बताया कि वे सभी आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित भंवरमरा के उपार्जन केन्द्र के अंतर्गत आते हैं। भंवरमरा में 15 राजस्व ग्राम आते हैं। सभी कृषक ग्राम खोलझर, नलपानी, भीमदो, लुरकाझर व बुल्लूटोला के निवासी हैं। भवंरमरा धान खरीदी केंद्र उनके गांवों से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है। चूंकि धान विक्रय केंद्र पहुंचने का मार्ग दुर्गम एवं पहाड़ी क्षेत्र बहुत बड़ा है। बड़ा क्षेत्र होने के कारण पंजीकृत किसानों की संख्या भी सर्वाधिक है, जिस वजह से समय-सीमा के अंतर्गत कृषक महिला वर्ग भी है। धान बेचते समय रात हो जाती है। ऐसे में घर पहुंचने में रास्ता जंगल पहाड़ी होने के कारण बड़ी असुविधा होती है। यह भी पढ़ें