ये है पूरा मामला रानी देवी ने शिकायत की है कि बलिया के अन्य गांव के लोग और महिलाएं 5 अप्रैल, 2021 को किसी कार्य से राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला से मुलाकात की। उन्होंने राज्यमंत्री से निः शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा कानून-2009 के तहत विद्यालयों द्वारा पाठ्य पुस्तक व अन्य सहायता उपलब्ध कराने की मांग की तो राज्यमंत्री भड़क गए। रानी देवी का आरोप है कि मंत्री के भड़कते ही उनके समर्थकों द्वारा महिलाओं के साथ मारपीट शुरू कर दी। उनके समर्थकों ने अभद्र व्यवहार किया जिसमें महिलाएं अर्ध निर्वस्त्र हो गईं। मामले में रानी देवी ने संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, उनके भाई आद्या शुक्ल, बलिया शहर कोतवाली प्रभारी बाल मुकुंद मिश्रा, राज्य मंत्री के 25 समर्थक और 25 पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया है।
महिलाओं पर लाठीचार्ज बलिया के बनकटा मोहल्ला के कई बच्चों का स्कूलों में प्रवेश हुआ है। इस योजना के तहत बच्चों को ड्रेस, पाठ्य पुस्तक आदि के लिए पांच हजार रुपये की सहायता राशि देने का प्रावधान है। आरोप है कि पिछले दो साल से धनराशि नहीं प्राप्त हो रही है। इसी मांग को लेकर 5 अप्रैल को महिलाएं राज्यमंत्री के आवास पर गई थीं। उन्होंने बच्चों को दी जाने वाली पुस्तक का मुद्दा उठाया तो राज्यमंत्री भड़क गए। इस दौरान महिलाओं को गाली देकर बाहर निकाला गया और मारपीट भी की गई। आरोप है कि पुलिस को बुलाकर लाठीचार्ज भी कराया।