बता दें कि भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर पिछला विधानसभा चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ने वाली केतकी सिंह को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया गया है। लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय की मौजूदगी में केतकी सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। विधानसभा चुनाव में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के हाथों कुछ ही मतों से हार थी। भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दिया।
विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा-भासपा गठबंधन के चलते बांसडीह की सीट भासपा के खाते में चली गई थी। तब भाजपा ने केतकी सिंह का टिकट काटकर भासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को दे दिया था। उस समय केतकी सिंह ने बतौर निर्दल चुनाव लड़ा था। उन्हें भाजपा-भासपा गठबंधन के प्रत्याशी को पीछे छोड़ दिया था। हालांकि कुछ मतों से ही वे चुनाव हार गयी थी।
2012 में सपा को दी थी टक्कर
केतकी सिंह ने 2012 यूपी विधानसभा चुनाव में सपा के रामगोविंद चौधरी को कड़ी टक्कर दी थी। 2017 में बीजेपी ने केतकी सिंह का टिकट काटकर भासपा और भाजपा गठबंधन के बाद ओमप्रकाश राजभर को बांसडीह विधानसभा सीट से टिकट दे दिया था।