कटान रोकने के लिये बाढ़ विभाग ईंट से भरी बोरियां कटान की जगह पर लगातार डाल कर उसे रोकने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन यह सब नाकाफी साबित हो रहा है। पानी के बहाव और जलस्तर में बढ़ोत्तरी के चलते उपाय काम नहीं आ रहे हैं।
मझौवां में गंगा तीसरी बार लाल निशान को पार कर गयी है, जिसके बाद लहरों का तांडव शुरू हो गया है। रविवार की सुबह लोग बाढ़ से बचने की जुगत में ही थे कि बैरिया तहसील के केहरपुर गांव में बिल्कुल तटपर पहुंच चुकी पानी की टंकी अचानक ही भरभराकर पानी में समा गयी। इससे केहरपुर व सुघरछपरा समेत आधा दर्जन गांवों में शुद्ध पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। कटान से लगातार अफरा-तफरी मची हुई है। दुबे छपरा रिंग बंधा पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है।
उधर कटान से परेशान लोगों का बाढ़ विभाग और प्रशासन के अधिकारियों के प्रति गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोगों का आरोप है कि विभाग या प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी उनकी सुध नहीं ले रहा है।