पति पत्नी में राजनीतिक लड़ाई जारी
साल 2017 में दया शंकर सिंह ने अपनी पत्नी स्वाति सिंह के लिए प्रचार किया था। उस समय भाजपा ने स्वाति सिंह को लखनऊ की सरोजनीनगर से टिकट दिया था। जीतने के बाद उन्हें योगी सरकार में मंत्री भी बनाया गया। लेकिन स्वाति के बढ़ते राजनीतिक कद को लेकर दया शंकर सिंह असहज थे। कई बार स्वाति सिंह भी उनके नाम का गलत इस्तेमाल किए जानें को लेकर असहज हो रही थीं। बस यहीं से दोनों मे राजनीतिक रूप से अलग हो गए। वहीं सरोजनी नगर से इस बार 2022 के विधानसभा चुनाव मे भी स्वाति सिंह और दया शंकर सिंह दोनों ही टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन वहाँ से दोनों की आपसी लड़ाई को देखते हुए वीआरएस लेकर राजनीति में आए राजेशवर सिंह को टिकट दे दिया गया। साथ ही दया शंकर सिंह को बलिया से विधायकी का टिकट भी दिया गया। लेकिन स्वाति के हाथ खाली रहे।
साल 2017 में दया शंकर सिंह ने अपनी पत्नी स्वाति सिंह के लिए प्रचार किया था। उस समय भाजपा ने स्वाति सिंह को लखनऊ की सरोजनीनगर से टिकट दिया था। जीतने के बाद उन्हें योगी सरकार में मंत्री भी बनाया गया। लेकिन स्वाति के बढ़ते राजनीतिक कद को लेकर दया शंकर सिंह असहज थे। कई बार स्वाति सिंह भी उनके नाम का गलत इस्तेमाल किए जानें को लेकर असहज हो रही थीं। बस यहीं से दोनों मे राजनीतिक रूप से अलग हो गए। वहीं सरोजनी नगर से इस बार 2022 के विधानसभा चुनाव मे भी स्वाति सिंह और दया शंकर सिंह दोनों ही टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन वहाँ से दोनों की आपसी लड़ाई को देखते हुए वीआरएस लेकर राजनीति में आए राजेशवर सिंह को टिकट दे दिया गया। साथ ही दया शंकर सिंह को बलिया से विधायकी का टिकट भी दिया गया। लेकिन स्वाति के हाथ खाली रहे।
यह भी पढे: वाराणसी में EVM भरी 1 गाड़ी पकड़ी गई, Akhilesh Yadav का दावा- इसी चोरी को छुपाने के लिए Exit Poll प्लान हो रहा आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव कुल सात चरणों में सम्पन्न हुए हैं। जिसका रिज़ल्ट 10 मार्च को आएगा। इसमें अभी तक लगभग सभी एग्जिट पोल में भाजपा लीड करती हुई दिख रही है।