आपको बता दें कि नरहीं थानाक्षेत्र के भरौली गांव निवासी रुदल यादव पुत्र हरेंद्र यादव ने प्रार्थना पत्र दिया था कि नरहीं थाने में तैनात दो कांस्टेबल कौशल पासवान और ऋषिलाल बिंद 25 नवंबर को खेत पर काम करने के दौरान उन्हें उठाकर थाने पर ले आए। जहां बैरक में ले जा कर डरा धमका कर उनसे एक लाख रुपए की वसूली की।
शिकायत पर क्षेत्राधिकारी द्वारा तत्काल इस मामले की जांच की गई,जिसमे उक्त दोनों सिपाही प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए गए। इसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने कार्य के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता बरतने और अनुशासनहीनता के आधार पर दोनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही इन दोनों के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कर लिया गया है।
पीड़ित ने इस मामले में बताया कि मुझे मेरे भाई की वजह से पकड़ा गया है। जबकि मेरे भाई से मेरा काफी दिनों से कोई लेना देना नहीं है। सिपाहियों द्वारा पहले मुझसे 2.50 लाख बाद में 1 लाख रुपया मांगा गया।