मिली जानकारी के अनुसार बलिया में अवैध शराब तस्करी की सूचना मिलने पर पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाय सूचना देने वाले व्यक्ति को ही हिरासत में ले लिया,जबकि पुलिस का यह नियम है कि मुखबिर का नाम पता गुप्त रखती है परंतु बैरिया पुलिस ने शराब से भरी पिकअप को छोड़ दिया और खानापूर्ति कर केवल 15 पेटी शराब बरामद दिखाई। ये मामला उछला और आजमगढ़ डीआईजी ने इसपर संज्ञान लिया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को जांच सौंपी, इस जांच की रिपोर्ट आने के बाद जयप्रकाश नगर में चौकी इंचार्ज और 4 सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया जबकि बैरिया थाना प्रभारी को अभय दान मिला।
गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से बैरिया पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शराब तस्करी और अवैध धंधे में बैरिया पुलिस की संलिप्तता के चर्चा हो रहे हैं, लेकिन फिर भी संबंधित पुलिस अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इससे जनता में भी भारी अक्रोश है।