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बालाघाट

Flood Situation-भीमगढ़ से छोड़ा पानी, वैनगंगा नदी का बढ़ा जल स्तर, जिले में बाढ़ के हालात, गांवों, घरों में घुसा पानी

भीमगढ़ बांध से वैनगंगा नदी में पानी छोडऩे और जिले में भारी बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। वैनगंगा नदी के मुहाने बसे आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया। 100 से अधिक घरों को खाली कराकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बालाघाट. भीमगढ़ बांध से वैनगंगा नदी में पानी […]

बालाघाटJul 23, 2024 / 10:57 pm

Bhaneshwar sakure

वैनगंगा नदी का बढ़ता जल स्तर।

भीमगढ़ बांध से वैनगंगा नदी में पानी छोडऩे और जिले में भारी बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। वैनगंगा नदी के मुहाने बसे आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया। 100 से अधिक घरों को खाली कराकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
बालाघाट. भीमगढ़ बांध से वैनगंगा नदी में पानी छोडऩे और जिले में भारी बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। वैनगंगा नदी के मुहाने बसे आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया। 100 से अधिक घरों को खाली कराकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। लामता थाना क्षेत्र के राघोटोला मुरझड़ के वैनगंगा-धनाई नदी के संगम घाट मंदिर में फंसे पुजारी को एसडीइआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सकुशल बाहर निकाला। छोटी कुम्हारी गांव के आवासटोला, माताटोला से करीब 60 परिवारों को बाहर निकाला गया। नगर के गायखुरी में जलभराव की स्थिति से करीब 10 परिवारों और गौरीशंकर नगर में 3 परिवारों, देवसर्रा से 2, तीनगढ़ी सेमरटोला से 3 परिवारों के घरों को खाली कराया गया। गौरीशंकर नगर में नाव से रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बालाघाट से नैनपुर मार्ग पर पूरे दिन आवागमन बाधित रहा। इसी तरह किरनापुर से हट्टा-लिंगा मार्ग और बालाघाट से बायपास मार्ग गोंगलई में भी आवागमन बाधित रहा। बायपास मार्ग (डेंजर रोड) पर भी वैनगंगा नदी का पानी भर जाने के कारण यहां पूरी तरह से आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया। बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा, एसपी समीर सौरभ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे। प्रभावितों को आवश्यक मदद उपलब्ध कराई।
जानकारी के अनुसार जिले में शनिवार से हो रही लगातार बारिश के कारण नदी नालों का जल स्तर बढऩे लगा है। भीमगढ़ बांध से वैनगंगा नदी में पानी छोड़ा गया है। जिसके चलते वैनगंगा नदी ऊफान पर है। बढ़ते जल स्तर को देखते हुए कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने सभी विभागों को अलर्ट जारी किया है। लगातार बारिश से नदी व जलाशयों के किनारे वाले गांवों की स्थिति पर प्रशासनिक अधिकारी नजरें रखे हुए है। शनिवार से मंगलवार तक जिले में 165.2 एमएम बारिश हुई है। सोमवार को संजय सरोवर भीमगढ़ से छोड़े गए जल का असर निचले इलाकों पर पड़ा। मंगलवार को सुबह से निचले क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात कोटवार, पटवारी, सचिव, तहसीलदार और थाना प्रभारियों ने जिला स्तर पर सूचनाएं प्रदान की। इसके साथ ही एसडीइआरएफ व होमगार्ड व अन्य अमला सक्रिय होकर हालातों पर काबू पाने का प्रयास करता रहा।
कुम्हारी गांव का अधिकारियों ने लिया जायजा
मंगलवार सुबह से वैनगंगा नदी किनारे के गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई। कलेक्टर और एसपी ने संयुक्त रूप से नगर और नदी किनारे बसे गांवों का निरीक्षण किया। कुम्हारी गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कुम्हारी के आवासटोला व माताटोला में बसे नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। कलेक्टर, एसपी के अलावा एएसपी विजय डाबर, थाना प्रभारी व तहसीलदार भी कुम्हारी गांव पहुंचे थे। कुम्हारी के आवासटोला व माताटोला में बसे लोग बढ़ते जल को देखते हुए घरों से बाहर आने लगे। तभी एएसपी विजय डाबर, थाना प्रभारी वास्कले ने रस्सा व ट्रेक्टर के सहारे प्रभावितों को कुम्हारी गांव में लाया।
45 मिनट तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
लामता के अंतर्गत आने वाले राघोटोला मुरझड़ में वैनगंगा-धनाई नदी के संगम पर बने मंदिर में पुजारी तोपराम बोपचे (82) फंस गया था। सूचना मिलने पर मंगलवार को एसडीइआरएफ व होमगार्ड के जवानों, तैराकों ने मंदिर में फंसे पुजारी का रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला। होमगार्ड कमांडेंट रजनी खटीक ने बताया कि सुबह करीब 9 बजे मंदिर में पंडित के फंसे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद टीम को रवाना किया गया। एसडीइआरएफ व होमगार्ड की 6 सदस्यों को मंदिर पर रवाना किया गया। टीम ने मंदिर के पुजारी को करीब 45 मिनट में रेस्क्यू कर निकाला।
संजय सरोवर से लगातार पानी छोड़ा जा रहा पानी
कार्यपालन यंत्री संजय सरोवर से प्राप्त जानकारी के अनुसार भीमगढ़ बांध के 7 गेट खोले गए हैं। इन 7 गेट से लगातार 70000 घनफीट जल प्रति सेकेंड छोड़ा जा रहा है। बांध का पूर्ण जलस्तर 519.38 मीटर है। पूर्ण उपयोगी जल भराव क्षमता 410 एमसीएम है। बांध का वर्तमान जलस्तर 519.10 मीटर है। वर्तमान जल भराव 396.67 एमसीएम है।
सरेखा रोड से किया गया गोंदिया मार्ग प्रारंभ
बालाघाट से गोंदिया के लिए बनाए गए अस्थायी मार्ग डेंजर रोड में जल भराव हो गया था। इसी तरह गायखुरी के पास भी वैनगंगा नदी का पानी सडक़ पर आ गया। जिसके कारण इन दोनों ही मार्गों पर आवागमन पूरी तरह से बंद रहा। जल भराव के कारण गोंदिया मार्ग बंद हो गया था। जिसके बाद कलेक्टर डॉ मिश्रा के निर्देशों के बाद सरेखा से ही गोंदिया मार्ग को प्रारंभ कर दिया गया। पीआइयू एसडीओ अर्जून सनोडिय़ा ने बताया कि अब इस मार्ग से चार पहिया वाहन और भारी वाहन भी निकलना प्रारंभ हो गए है।
बालाघाट-नैनपुर मार्ग पर आवागमन रहा बाधित
बालाघाट से समनापुर पहुंच मार्ग पर मंगलवार को सोनबीरी नाला उफान पर रहा। यहां करीब पांच फीट पानी पुल के ऊपर से बहते रहा। जिसके चलते मंगलवार को पूरे दिन बालाघाट से नैनपुर मार्ग का सडक़ संपर्क टूटा रहा। इस मार्ग पर न तो बसें चली और न ही लोगों ने आवागमन कर पाए।
गौरीशंकर नगर में चली नाव
वैनगंगा नदी का जल स्तर बढऩे से नगर के वार्ड क्रमांक 1 बूढ़ी स्थित गौरीशंकर नगर में भी बाढ़ का पानी घुस गया था। जिसके चलते मंगलवार की शाम को यहां पर पहले तीन घरों को खाली कराया गया। इसके बाद कलेक्टर ने पूरे गौरीशंकर नगर को खाली करवाने के निर्देश दिए। यहां नदी का पानी आ जाने के चलते नाव के सहारे लोगों को बाहर निकाला गया। प्रशासनिक अधिकारी भी नाव के सहारे गौरीशंकर नगर पहुंचे थे।
शहर में हुआ जल भराव
भारी बारिश के चलते शहर के नीचले इलाकों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पानी की निकासी नहीं होने के चलते यह समस्या उत्पन्न हुई है।
स्कूलों में आज भी रहेगा अवकाश
जिले में भारी बारिश और वैनगंगा नदी के ऊफान पर होने के चलते कलेक्टर ने जिले में दो दिन 23 व 24 जुलाई तक अवकाश की घोषणा की है। जिसके चलते 24 जुलाई को जिले के स्कूलों में भी अवकाश रहेगा। हालांकि, स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बनी रहेगी।
यात्री बसों का संचालन भी हुआ कम
भारी बारिश और नदी-नालों के ऊफान पर होने के चलते मंगलवार को यात्री बसों का संचालन भी काफी कम हुआ। मंगलवार को बालाघाट से लांजी, बैहर, वारासिवनी, लालबर्रा, गोंदिया रुट पर ही कुछेक बसें चलते रही।
कंट्रोल रुम में दे सकते हैं सूचना
कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने बाढ़ की स्थिति और उसके बाद के प्रभाव को कम करने के लिए विभिन्न विभागों को कंट्रोल रुम स्थापित करने के निर्देश दिए है। सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडे ने बताया कि परियोजना प्रशिक्षण केंद्र आइटीआइ के पीछे स्वास्थ्य सूचना नियंत्रण केंद्र बनाया गया है। इसके नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप गेडाम को बनाया गया है। साथ ही 24 से 28 जुलाई तक के लिए विभिन्न डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई गई है। किसी भी प्रकार से स्वास्थ्य सहायता के लिए डॉ. प्रदीप गेडाम 9425876045, शिविर प्रभारी डॉ पंकज महाजन से 7389582111 पर संपर्क कर सकते है। इसके अलावा होमगार्ड ने भी कंट्रोल रुम स्थापित किया है। आवश्यक होने पर 07632241594 पर संपर्क कर बाढ़ की सूचना दी जा सकती है।

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