दो अलग-अलग स्थानों से पुलिस ने गिरफ्तार किए वारंटी
बालाघाट. कटंगी अनुविभाग अंतर्गत आने वाली तिरोड़ी पुलिस ने स्थाई वांरटी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। तिरोड़ी थाना प्रथारी अजय मरकाम और उनकी टीम ने स्थाई वांरटी को गिरफ्तार किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया।
तिरोड़ी पुलिस ने बताया कि धारा 456, 354 भादसं का स्थाई वारंटी आरोपी गोवर्धन उर्फ गब्बर (२५) ग्राम दिग्धा को स्थाई वारंट तामिली अभियान के अंर्तगत गिरफ्तार किया गया। थाना प्रभारी अजय मरकाम के नेतृत्व मे गठित टीम प्रधान आरक्षक कलिराम उईके, आरक्षक आलोक बिसेन, राजेन्द्र, शैलेन्द्र ने आरोपी को पकडऩे में सराहनीय भूमिका निभाई है।
सात वर्ष से फरार वारंटी गिरफ्तार
लालबर्रा. लालबर्रा थाना प्रभारी विजय विश्वकर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने एक वारंटी को गिरफ्तार किया है। जिसे न्यायालय में पेश किया गया।
लालबर्रा पुलिस ने बताया कि न्यायालय जेएमएफसी वारासिवनी से प्रकरण धारा 494, 498, ए ताहि वर्ष 2011 से फरार वारंटी तारन बाई पति नारायण कोटेकर निवासी पांडेवाड़ा को ग्राम धुनाड़ी से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी विजय विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक भुमेश्वर वामनकर, आरक्षक प्रवेश वर्मा, दीनू बघेल, प्रमोद बघेल, संदीप बघेल, महिला आरक्षक सबीना खान व लक्ष्मी मर्सकोले का योगदान रहा।
तिरोड़ी में जयस्तंभ स्माकर की हालत हो रही जर्जर
कटंगी. क्षेत्र की तिरोड़ी तहसील स्थित जयस्तंभ स्मारक इन दिनों अपनी हालत पर आंसू बहा रहा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। थाना परिसर और गायत्री मंदिर के ठीक सामने स्थित जयस्तंभ स्मारक प्रशासनिक लापरवाही के चलते क्षतिग्रस्त हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि गत दिनों पेयजल पाइप लाइन के निर्माण के दौरान जयस्तंभ के आसपास की बाउंड्री तोड़ी गई थी। लेकिन अब तक नई बाउंड्री का निर्माण नहीं किया गया है। ज्ञात हो कि 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद भारत में स्वंतत्रता संग्राम सेनानियों की शहादत को सदैव दिलों में बसाए रखने के मकसद से इस जयस्तंभ को बनाया गया था। लेकिन आजादी के 70 सालों बाद इस जयस्तंभ की सुध लेने वाले खोते जा रहे है।