बढ़ रही बाघो की संख्या
दक्षिण सामान्य वन मंडल बालाघाट के वन परिक्षेत्र लालबर्रा सामान्य में वन्य प्राणी अनुभव क्षेत्र सोनेवानी आता हैं। सरकारी गणना के अनुसार जंगल क्षेत्र में 49 बाघ, तेंदुए, भालू, गौर, हिरण वहित अन्य वन्य प्राणी पाए जाते हैं। जंगल का पूरा क्षेत्र 18000 हेक्टेयर में फैला हुआ हैं। साल के तीन माह छोडकऱ नौ माह तक रोजाना सफारी होती है। पर्यटकों को बाघ समेत अन्य वन्य प्राणियों के दीदार होते हैं।
दक्षिण सामान्य वन मंडल बालाघाट के वन परिक्षेत्र लालबर्रा सामान्य में वन्य प्राणी अनुभव क्षेत्र सोनेवानी आता हैं। सरकारी गणना के अनुसार जंगल क्षेत्र में 49 बाघ, तेंदुए, भालू, गौर, हिरण वहित अन्य वन्य प्राणी पाए जाते हैं। जंगल का पूरा क्षेत्र 18000 हेक्टेयर में फैला हुआ हैं। साल के तीन माह छोडकऱ नौ माह तक रोजाना सफारी होती है। पर्यटकों को बाघ समेत अन्य वन्य प्राणियों के दीदार होते हैं।
हिंसक घटनाओं में कमी
सोनेवानी के रेंजर हर्षित सक्सेना के अनुसार जंगल पर कैमरे से निगरानी रखे जाने की वजह से इस क्षेत्र में पशु हानि पर रोक लगी हैं। कैमरे में पता चल जाता है कि कौन सा वन्य प्राणी किस क्षेत्र में विचरण कर रहा है। यदि जंगल से बाहर बाघ निकलने लगता है, तो वहां के बीटगार्ड को तुरंत अवगत करा देते हैं, ताकि वन्य प्राणियों का रास्ता सकें। इस साल खाली वन क्षेत्र में बीज बोआई का कार्य करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
वर्सन
सोनेवानी में मानव व वन्य प्राणी का द्वंद रोकने जंगल के संवेदनशील क्षेत्र में एआई कैमरा लगाकर निगरानी रखते आ रहे हंै। बाघ व दूसरे वन्य प्राणी जंगल से बाहर तो नहीं जाते, जानकारी तत्काल मिल जाती हैं। आगामी समय में कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। पर्यटन को बढ़ावा देने वरिष्ठ कार्यालय प्रस्ताव भेजा जाना हैं।
हर्षित सक्सेना, रेंजर दक्षिण लालबर्रा सामान्य
सोनेवानी के रेंजर हर्षित सक्सेना के अनुसार जंगल पर कैमरे से निगरानी रखे जाने की वजह से इस क्षेत्र में पशु हानि पर रोक लगी हैं। कैमरे में पता चल जाता है कि कौन सा वन्य प्राणी किस क्षेत्र में विचरण कर रहा है। यदि जंगल से बाहर बाघ निकलने लगता है, तो वहां के बीटगार्ड को तुरंत अवगत करा देते हैं, ताकि वन्य प्राणियों का रास्ता सकें। इस साल खाली वन क्षेत्र में बीज बोआई का कार्य करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
वर्सन
सोनेवानी में मानव व वन्य प्राणी का द्वंद रोकने जंगल के संवेदनशील क्षेत्र में एआई कैमरा लगाकर निगरानी रखते आ रहे हंै। बाघ व दूसरे वन्य प्राणी जंगल से बाहर तो नहीं जाते, जानकारी तत्काल मिल जाती हैं। आगामी समय में कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। पर्यटन को बढ़ावा देने वरिष्ठ कार्यालय प्रस्ताव भेजा जाना हैं।
हर्षित सक्सेना, रेंजर दक्षिण लालबर्रा सामान्य