बताया कि जिस जगह मादा बाघ का शव मिला है।वह वन परिक्षेत्र मुक्की अंतर्गत वन भूमि कक्ष क्रमांक 189 बीट परसाटोला में है। एनटीसीए नई दिल्ली एवं कार्यालय मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक मध्यप्रदेश भोपाल से जारी दिशा निर्देश अनुरूप त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना स्थल को सुरक्षित किया गया।
डॉग स्क्वाड की सहायता से घटना स्थल एवं उसके आस-पास छानबीन की गई।बताया कि बाघ का पोस्टमार्टम विशेषज्ञ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल का.टा. रिजर्व मण्डला, डॉ. पीके ज्योतषी सेवानिवृत पशु चिकित्सक एवं डॉ राकेश वारेस्वा पशु चिकित्सक ने किया। वन्यजीव मादा बाघ के शरीर के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं। निर्धारित प्रक्रिया अनुसार शवदाह/भस्मीकरण की कार्रवाई की गई।
बाघ से ग्रामीणों में दहशत गढ़ी. क्षेत्र के रहवासी इलाकों में इन दिनों बाघ का मूवमेंट बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि बाघ क्षेत्र के बरघू टोला, छिंदी टोला, सुकर्रा ब्राह्मण टोला, नदिया घाट के पास देखा गया है। बाघ इन क्षेत्रों में लगातार मवेशियों का शिकार कर रहा है।
पशुपालनक गोपाल कुशरे ने बातया कि उसके कोटा में फांदकर बाघ ने मवेशी का शिकार कर लिया। ग्रामीणों ने बाघ को पत्थर पर बैठे हुए देखा है। यह क्षेत्र कान्हा टाइगर रिजर्व के मुक्की गेट से लगा हुआ है।