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बालाघाट

पारम्परिक रीति-रिवाज से मनाया तान्हा पोला

बैलों को आकर्षक सजावट कर की पूजा अर्चनाबारिश ने डाला खलल, लेकिन कम नहीं हुआ उत्साह

बालाघाटAug 27, 2022 / 08:43 pm

mukesh yadav

पारम्परिक रीति-रिवाज से मनाया तान्हा पोला

पारम्परिक रीति-रिवाज से मनाया तान्हा पोला

बालाघाट. कृष्ण जन्माष्टमी के बाद बैलों की पूजा अर्चना का पर्व तान्हा पोला नगर सहित ग्रामीण अंचलों में धूमधाम से पारम्परिक रीति-रिवाज के अनुसार मनाया गया। हालाकि इस दिन बारिश होने से कार्यक्रम में कुछ खलल उत्पन्न हुआ। लेकिन बैल जोड़ी मालिकों और पूजा करने पहुंचे पदाािकारियों का उत्साह कम नहीं हुआ। किसानों ने छाता लेकर अपने बैलों को नहलाकर रंग रोगन कर दूल्हें की तरह आकर्षक सजावट कर पोला मैदान में लाया। इसके बाद उनकी विधिवत पूजा अर्चना की गई। शहर के समीपस्थ ग्राम सरेखा कोसमी में बैल जोडिय़ों की पूजा करने स्थानीय सरपंच और अन्य गणमान्य हाथों में पूजा की थाल लिए पहुंचे। जिन्होंने विधि पूजा अर्चना कर बैलों को पकवान खिलाएं और आर्शिवाद लिया। वहीं शहर के जयहिंद टॉकिज मैदान में बैल जोडिय़ां एकत्रित नहीं हो पाई। इस कारण वहां कार्यक्रम नहीं हो सका।
इसी तरह नगर के समीप कुम्हारी, मॉयल नगरी भरवेली व ग्राम पंचायत आंवलाझरी में पोला पर्व के अवसर पर खेल मैदान में पोला भराया गया। ग्रामीण कृषकों द्वारा परम्परानुसार बैलों को बैंड बाजों की धुनों के साथ घर से सजावट कर गांव के मैदान में जमा किया गया। मैदान से सभी किसान बैलजोड़ी के साथ रैली के रूप में पोला मैदान मॉयल खेल ग्राउंड पहुंचे। जहां अतिथियों व ग्राम के प्रबुद्धजनों द्वारा बैलों को तिलक लगा आरती उतारकर पूजा कर बैल दौड़ाया गया।
बैलजोड़ी मालिकों को मिला पुरस्कार
इस वर्ष भी किसान समिति के तत्वावधान में पोला पर्व का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आकर्षक सजावट के लिए पहले से बैलजोड़ी के मालिकों को पुरस्कार दिया गया। इस दौरान ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंचों का भी शॉल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया।
यहां नहीं हो पाई दौड़
वारासिवनी के येरवाघाट पठ मैदान में प्रतिवर्ष बैल जोड़ी का आयोजन किया जाता है। लेकिन बारिश की वजह से इस बार दौड़ नहीं हो पाई। बल्कि पठ मैदान में पूजा के बाद पशु पालकों ने बैलों को ग्राम भ्रमण करवाया। ग्रामीणों के घर-घर पहुंचे जोड़ी मालिकों ने बैलों के दर्शन करवाए। जिन्हें ग्रामीणों ने पूजा अर्चना कर बैलों को पकवान खिलाएं और आर्शिवाद लिया।
मारबत आज
पोला पाटन के दूसरे दिन मारबत (नारबोद) पर्व रविवार को मनाया जाएगा। मारबत के पुतला दहन के लिए शोभायात्रा निकाली जाएगी। ढोल नगाड़ों के साथ घेऊन जा री नारबोद के नारों के साथ गांव व नगर की सीमा के बाहर मारबत का पुतला जलाया जाएगा।
यहां भी बनाया गया तान्हा पोला पर्व
बालाघाट. शहर के बूढ़ी अस्पताल चौक में धूमधाम से शुक्रवार को परंपरा अनुसार पोला पर्व मनाया गया। यहां बैलों की पूजा कर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई। इसी तरह बच्चों द्वारा भी लकड़ी से बने छोटे-छोटे नंदी की पूजा की गई। पोला समिति के पदाधिकारी नरेश धुवारे, राजेश धावड़े, गुड्डन झाड़,े प्रणय धुवारे, पप्पू तिवारी, संजय धुवारे, इंदर बसेना, अशोक कावड़े, कक्कू माहुले का इस आयोजन में योगदान रहा।

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