अंग्रेजी विषय में पढ़ा सिर्फ एक अध्याय
स्कूल के कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं तथा 12 वीं के विद्यार्थियों व उनके पालकों ने बताया की जुलाई माह से स्कूल में पढ़ाई शुरू है। पढ़ाई शुरू हुए करीब ढाई माह से ज्यादा दिन हो गए। लेकिन अभी तक कक्षा शिक्षक द्वारा अंग्रेजी विषय में सिर्फ 01 ही अध्याय पढ़ाया गया है। इसके अलावा अंग्रेजी व्याकरण के संबंध में अभी तक हमें कुछ भी नहीं पढ़ाया गया है। कक्षा 11वीं कला संकाय के विद्यार्थियों ने जानकारी दी कि उन्हें अंग्रेजी विषय में कुछ भी नहीं पढ़ाया गया है। कक्षा ही आज तक नहीं लगाई गई है। इसी प्रकार अर्थशास्त्र की भी आज तक एक भी कक्षा नहीं लगी है।
स्कूल के कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं तथा 12 वीं के विद्यार्थियों व उनके पालकों ने बताया की जुलाई माह से स्कूल में पढ़ाई शुरू है। पढ़ाई शुरू हुए करीब ढाई माह से ज्यादा दिन हो गए। लेकिन अभी तक कक्षा शिक्षक द्वारा अंग्रेजी विषय में सिर्फ 01 ही अध्याय पढ़ाया गया है। इसके अलावा अंग्रेजी व्याकरण के संबंध में अभी तक हमें कुछ भी नहीं पढ़ाया गया है। कक्षा 11वीं कला संकाय के विद्यार्थियों ने जानकारी दी कि उन्हें अंग्रेजी विषय में कुछ भी नहीं पढ़ाया गया है। कक्षा ही आज तक नहीं लगाई गई है। इसी प्रकार अर्थशास्त्र की भी आज तक एक भी कक्षा नहीं लगी है।
परीक्षा को लेकर डर रहे विद्यार्थी
विद्यार्थियों का कहना है कि हमें अंग्रेजी विषय में शिक्षक द्वारा अच्छे से पाठ्यक्रम अनुसार नहीं पढ़ाया जा रहा है। आगामी त्रैमासिक परीक्षा के लिए हमारे मन में अंग्रेजी विषय के लिए डर का माहौल बना हुआ है। वे खुद को अंग्रेजी विषय में कमजोर महसूस कर रहे हैं। इसी तरह कक्षा 09 वीं व 10 वीं में सामाजिक विज्ञान विषय में भी 01 से 02 अध्याय ही पढ़ाए गए हंै। उनके प्रश्न उत्तर भी कक्षा शिक्षक ने नहीं लिखवाए जा रहे है। विद्यार्थियों को पुरानी परीक्षा अध्ययन या गाइड पर निर्भर होकर प्रश्न उत्तर लिखना एवं समझना पड़ रहा है।
विद्यार्थियों का कहना है कि हमें अंग्रेजी विषय में शिक्षक द्वारा अच्छे से पाठ्यक्रम अनुसार नहीं पढ़ाया जा रहा है। आगामी त्रैमासिक परीक्षा के लिए हमारे मन में अंग्रेजी विषय के लिए डर का माहौल बना हुआ है। वे खुद को अंग्रेजी विषय में कमजोर महसूस कर रहे हैं। इसी तरह कक्षा 09 वीं व 10 वीं में सामाजिक विज्ञान विषय में भी 01 से 02 अध्याय ही पढ़ाए गए हंै। उनके प्रश्न उत्तर भी कक्षा शिक्षक ने नहीं लिखवाए जा रहे है। विद्यार्थियों को पुरानी परीक्षा अध्ययन या गाइड पर निर्भर होकर प्रश्न उत्तर लिखना एवं समझना पड़ रहा है।
18 से होनी हैं त्रैमासिक परीक्षाएं
पालकों का कहना है की 18 सितंबर से हमारे बच्चों की त्रैमासिक परीक्षाएं शुरू होनी है। बच्चे परीक्षा में आने वाले कोर्स को पूरा एवं ठीक ढंग से न पढ़ाए जाने पर प्रश्न पत्र को कैसे हल कर पाएंगे। ऐसे में बच्चों का परीक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त करना बहुत मुश्किल नजर आ रहा है। बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर पालकगण भ्ी बेजा परेशान हो रहे हैं। पालकों ने जिला शिक्षा अधिकारी से मांग की है कि स्कूल में शिक्षकों के अभी तक पढ़ाए गए सभी पाठ्यक्रम एवं कोर्स की प्रत्यक्ष रूप से जांच कर यथा स्थिति को जाने व विद्यार्थियों को नियमित रूप से पढ़ाकर त्रैमासिक परीक्षा में आने वाले कोर्स को पूर्ण करवाने के लिए निर्देशित करें।
पालकों का कहना है की 18 सितंबर से हमारे बच्चों की त्रैमासिक परीक्षाएं शुरू होनी है। बच्चे परीक्षा में आने वाले कोर्स को पूरा एवं ठीक ढंग से न पढ़ाए जाने पर प्रश्न पत्र को कैसे हल कर पाएंगे। ऐसे में बच्चों का परीक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त करना बहुत मुश्किल नजर आ रहा है। बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर पालकगण भ्ी बेजा परेशान हो रहे हैं। पालकों ने जिला शिक्षा अधिकारी से मांग की है कि स्कूल में शिक्षकों के अभी तक पढ़ाए गए सभी पाठ्यक्रम एवं कोर्स की प्रत्यक्ष रूप से जांच कर यथा स्थिति को जाने व विद्यार्थियों को नियमित रूप से पढ़ाकर त्रैमासिक परीक्षा में आने वाले कोर्स को पूर्ण करवाने के लिए निर्देशित करें।
वर्सन
अतिथि शिक्षकों की भर्ती देरी से हुई है। वे 11 अगस्त से पढ़ा रहे हैं। इस कारण इन विषयों में आगामी परीक्षा हेतु निर्धारित पाठ्यक्रम का कोर्स पिछड़ा हुआ है। स्कूल में अर्थशास्त्र का शिक्षक नहीं है। अभी 1 सप्ताह से ही एक शिक्षक सामाजिक विज्ञान पढ़ाने आ रही है।
मुकेश नागरे, प्रभारी प्राचार्य
अतिथि शिक्षक की भर्ती तक स्कूल में उपलब्ध शिक्षकों द्वारा विषय पढ़ाएं जाने के नियम है। मैं बीईओ से इस स्कूल में करवाई जा रही विषयवार पढ़ाई एवं अभी तक हुए कोर्स का निरीक्षण करवाने हेतु नोटिस जारी करता हूं।
अश्विनी उपाध्याय, डीईटो बालाघाट
अश्विनी उपाध्याय, डीईटो बालाघाट