script157 करोड़ की नल जल योजना में लग रहा लापरवाही का ग्रहण | Negligence is being seen in Rs 157 crore tap water scheme | Patrika News
बालाघाट

157 करोड़ की नल जल योजना में लग रहा लापरवाही का ग्रहण

आमजन को रोजाना नहीं मिल रहा शुद्ध पेयजलपानी समस्या को लेकर कन्हारटोला के ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनीकहा क्षेत्र वासियों के लिए छलावा साबित हो रही योजना

बालाघाटApr 13, 2024 / 07:50 pm

mukesh yadav

157 करोड़ की नल जल योजना में लग रहा लापरवाही का ग्रहण

157 करोड़ की नल जल योजना में लग रहा लापरवाही का ग्रहण

बालाघाट/लालबर्रा. बालाघाट विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्रामों में शुद्ध पेयजल आपूर्ती करने शुरू की गई 157 करोड़ की नल जल योजना में लापवाही का ग्रहण लगता नजर आ रहा है। दरअसल योजना का उद्देश्य क्षेत्रवासियों को घर-घर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना था। लेकिन योजना उद्देश्यों के अनुरूप काम नहीं हो रहा है। क्षेत्र वासियों को नियमित शुद्ध पानी मुहैया नहीं हो पा रहा है। वहीं योजना की नल जल योजना भी सफलीभूत नहीं हो पा रही है।
ताजा मामला लालबर्रा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पाथरशाही के ग्राम कन्हारटोला से सामने आया है। यहां पेयजल समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
प्रतिदिन नहीं मिल रहा पानी
कन्हारटोला के ग्रामीणों की माने तो योजना के क्रियान्वयन में ठेकेदार व अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। इन्होंने कार्य में लापरवाही कर योजना को पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। खामियाजा अब क्षेत्र की भोली भाली जनता को भुगतना पड़ रहा है। अधिकाश ग्रामींण आज भी कुओं व बावलियों पर आश्रित है। गर्मी के कारण इनका जलस्तर भी काफी नीचे चले गया है। ग्रामीणों ने कोसो दूर से पानी ढुआरना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि नल जल योजना के माध्यम से महिने में दो चार ही पानी दिया जा रहा है।
पाइप लाइन में गड़बड़ी
कन्हारटोला की तरह ही समस्या ग्राम जबरटोला में भी बनी हुई है। ग्रामींणों के अनुसार पाइप लाइन विस्तार कार्य ही सही तरह से नहीं किया गया है। टेस्टिंग के समय भी कई बार पाइप लाइन फूटने, ढेक वाले क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंचने जैसी समस्या थी। यह समस्याएं आज भी बनी हुई है। 157 करोड़ की योजना होने के बावजूद ग्रामीण कुंआ और प्राकृतिक जलस्त्रोतों में निर्भर बने हुए हैं। गर्मी बढऩे से इनका साथ भी छूट गया है। पेयजल के लिए भारी किल्लत मची हुई है।
नहीं दिया जा रहा ध्यान
जागरूक ग्रामीणों के अनुसार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया है। ताकि इस मंत्रालय के माध्यम से देशभर में पानी की समस्या से जूझ रहे ग्रामों में नल जल योजनाएं शुरू कर लोगों को घरों में ही शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जा सकें। लेकिन लालबर्रा में पीएम की मंशा अनुसार काम नहीं हो पा रहा है। ग्रामींण आज भी शुद्ध पेयजल के लिए मोहताज है। क्षेत्र का कोई जनप्रतिनिधि व जिम्मेदार योजना को लेकर गंभीर नहीं है।
नहीं करेंगे मतदान
कन्हारटोला के ग्रामीणों ने अब पेयजल समस्या को लेकर लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का मन बनाया है। पीएचई विभाग को जानकारी देकर उन्हें मौके पर बुलाया भी जा रहा है। लेकिन कोई गांव में समस्या सुनने नहीं पहुंचा है। ग्रामीणों ने समस्या का निदान होने तक मतदान नहीं करने की चेतावनी दी है।
बता दें कि इस तरह की समस्या लालबर्रा जनपद क्षेत्र 77 पंचायतों में एक दर्जन से अधिक पंचायतों में बनी हुई है।
वर्सन
पेयजल योजना में जहां भी समस्याएं आती है, उसका निराकरण किया जाता है। लालबर्रा के कुछ गांव में हो रही समस्या को लेकर हम प्रयास कर रहे हैं। जल्द निराकरण कर दिया जाएगा।
एस उइके, पीएचई ईई
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