बालाघाट/वारासिवनी. पर्यावरण को संरक्षित करने और पौधरोपण को बढ़ावा देने की मंशा से वारासिवनी नगर के पांच युवाओं ने ट्री बैंक खोला है। ट्री- बैंक की शुरुआत 10 जून से की गई है। फिलहाल इस बैंक में एक हजार पौधे रखे गए हैं, जो कि पौधरोपण के लिए निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। यह जिले का पहला ट्री बैंक है। यह बैंक जनपद पंचायत वारासिवनी पसिर में रखा गया है।
जानकारी के अनुसार 10 जून को जनपद पंचायत वारासिवनी परिसर में इस ट्री बैंक की शुरुआत की गई। इस ट्री बैंक में करीब 11 सौ विभिन्न प्रकार के फलदार और छायादार पौधे रखे गए हैं। जो पौधरोपण के इच्छुक है, उन पर्यावरण प्रेमियों को ट्री बैंक से निशुल्क पौधे प्रदान किए जाएंगे। इतना ही नहीं इन पौधों को किसी विशेष दिवस पर यादगार बनाने के लिए भी यहां से निशुल्क पौधे ले जा सकते हैं। इन पौधों को कहीं भी सार्वजनिक स्थान पर रोपा जा सकता है। इन प्रकृति प्रेमियों ने बताया कि इस ट्री बैंक में कोई भी व्यक्ति पौधों को दान स्वरुप देना चाहता है तो वह दे सकता है। उल्लेखनीय है कि
सम्पूर्ण विश्व में तेजी से घटते वनों की वजह से लगातार तापमान बढ़ रहा है। तेजी से भू-जल स्तर गिर रहा है। इसका असर पशु-पक्षियों के साथ-साथ मानव समाज में भी देखने को मिल रहा है। अब मानव जाति लगातार घटते वनों और तेजी से बढ़ते तापमान की चपेट में आने के बाद सबक लेकर पर्यावरण संरक्षण के लिए जागृत हो रहा है। वहीं सरकारें भी पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने के लिए अभियान चला रही है। वहीं वारासिवनी जनपद पंचायत ने पर्यावरण प्रेमियों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अनुकरणीय पहल की है।
लगातार बढ़ते तापमान, कम होते जंगलों से मिली प्रेरणा
टीम सदस्य सुदेश सोनी सहित अन्य सदस्यों ने बताया कि लगातार बढ़ते तापमान और कम होते जंगल की वजह से भू-जल स्तर पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। पानी की कमी हो रही है। मवेशियों को चारा नहीं मिल पा रहा है। इन्ही समस्याओं से उन्हें पौधरोपण की प्रेरणा मिली। मन में पर्यावरण को बेहतर बनाने की इक्छा जागी। तब से वे लोग लगातार अलग-अलग स्थानों में पौधरोपण कर रहे है। इतना ही नहीं वे जहां भी पौधरोपण करत हैं, वहां तब उनकी सेवा करते हैं जब तक की वह पूर्ण रूप से विकसित न हो जाए।
15 हजार से अधिक पौधों का कर चुके हैं रोपण
पर्यावरण प्रेमियों की टीम में फिलहाल 5 सदस्य है। इन पांचों सदस्यों ने निस्वार्थ भाव से पौधरोपण का अभियान 12 वर्ष से जारी रखा है। अभी 15 हजार से अधिक पौधे रोप चुके हैं। इतना ही नहीं उनके रोपे गए पौधे अभी तक जीवित अवस्था में है। खास बात यह है कि इन पौधों की वे सतत देखभाल करते हैं। इसी का असर है कि शहर के बीटीआई स्कूल, टिहली बाई स्कूल और मोक्षधाम में प्रकृति का सुखद अनुभव किया जा सकता है। इन स्थानों पर उन्होंने पूर्व में पौधे रोपे थे, जो अब पेड़ बनकर लोगों को ठंडी छाया और शुद्ध ऑक्सीजन दे रहे हैं।
कोई भी जमा, ले सकता है पौधे
जिले के इस पहले ट्री बैंक में कोई भी व्यक्ति अपनी स्वेच्छा से पौधे जमा कर सकता है। इतना ही नहीं वह पौधरोपण के लिए पौधे भी लेकर जा सकता है। उन्हें ट्री-बैंक से निशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। पौधे जमा करने या लेने में किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होगा।
जानकारी के अनुसार 10 जून को जनपद पंचायत वारासिवनी परिसर में इस ट्री बैंक की शुरुआत की गई। इस ट्री बैंक में करीब 11 सौ विभिन्न प्रकार के फलदार और छायादार पौधे रखे गए हैं। जो पौधरोपण के इच्छुक है, उन पर्यावरण प्रेमियों को ट्री बैंक से निशुल्क पौधे प्रदान किए जाएंगे। इतना ही नहीं इन पौधों को किसी विशेष दिवस पर यादगार बनाने के लिए भी यहां से निशुल्क पौधे ले जा सकते हैं। इन पौधों को कहीं भी सार्वजनिक स्थान पर रोपा जा सकता है। इन प्रकृति प्रेमियों ने बताया कि इस ट्री बैंक में कोई भी व्यक्ति पौधों को दान स्वरुप देना चाहता है तो वह दे सकता है। उल्लेखनीय है कि
सम्पूर्ण विश्व में तेजी से घटते वनों की वजह से लगातार तापमान बढ़ रहा है। तेजी से भू-जल स्तर गिर रहा है। इसका असर पशु-पक्षियों के साथ-साथ मानव समाज में भी देखने को मिल रहा है। अब मानव जाति लगातार घटते वनों और तेजी से बढ़ते तापमान की चपेट में आने के बाद सबक लेकर पर्यावरण संरक्षण के लिए जागृत हो रहा है। वहीं सरकारें भी पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने के लिए अभियान चला रही है। वहीं वारासिवनी जनपद पंचायत ने पर्यावरण प्रेमियों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अनुकरणीय पहल की है।
लगातार बढ़ते तापमान, कम होते जंगलों से मिली प्रेरणा
टीम सदस्य सुदेश सोनी सहित अन्य सदस्यों ने बताया कि लगातार बढ़ते तापमान और कम होते जंगल की वजह से भू-जल स्तर पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। पानी की कमी हो रही है। मवेशियों को चारा नहीं मिल पा रहा है। इन्ही समस्याओं से उन्हें पौधरोपण की प्रेरणा मिली। मन में पर्यावरण को बेहतर बनाने की इक्छा जागी। तब से वे लोग लगातार अलग-अलग स्थानों में पौधरोपण कर रहे है। इतना ही नहीं वे जहां भी पौधरोपण करत हैं, वहां तब उनकी सेवा करते हैं जब तक की वह पूर्ण रूप से विकसित न हो जाए।
15 हजार से अधिक पौधों का कर चुके हैं रोपण
पर्यावरण प्रेमियों की टीम में फिलहाल 5 सदस्य है। इन पांचों सदस्यों ने निस्वार्थ भाव से पौधरोपण का अभियान 12 वर्ष से जारी रखा है। अभी 15 हजार से अधिक पौधे रोप चुके हैं। इतना ही नहीं उनके रोपे गए पौधे अभी तक जीवित अवस्था में है। खास बात यह है कि इन पौधों की वे सतत देखभाल करते हैं। इसी का असर है कि शहर के बीटीआई स्कूल, टिहली बाई स्कूल और मोक्षधाम में प्रकृति का सुखद अनुभव किया जा सकता है। इन स्थानों पर उन्होंने पूर्व में पौधे रोपे थे, जो अब पेड़ बनकर लोगों को ठंडी छाया और शुद्ध ऑक्सीजन दे रहे हैं।
कोई भी जमा, ले सकता है पौधे
जिले के इस पहले ट्री बैंक में कोई भी व्यक्ति अपनी स्वेच्छा से पौधे जमा कर सकता है। इतना ही नहीं वह पौधरोपण के लिए पौधे भी लेकर जा सकता है। उन्हें ट्री-बैंक से निशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। पौधे जमा करने या लेने में किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होगा।