धर्मेंद्र मोहरे का कार्य क्षेत्र न केवल टाइगर रिजर्व, राष्ट्रीय उद्यान, अभ्यारण तक ही सीमित है। बल्कि संरक्षित के बाहर भी कई महत्वपूर्ण टास्क में शामिल होते हंै। इनके कार्यक्षेत्र में पूरा मप्र शामिल है और ये इकाईया वन्यप्राणी मुख्यालय के कंट्रोल में काम करती है। जिस तरह पुलिस विभाग की एटीएस, एसटीएफ, सीआईडी समेत कई टास्क एजेंसियां है। धर्मेंद्र मोहरे जिस इकाई में काम कर रहे हंै, उस वन्यप्राणी संरक्षण कार्य की सराहना न केवल प्रदेश, देश बल्कि देश के बाहर भी की गई है। इनकी यूनिट की तारीफ इंटरपोल ने भी 03 बार की है। इन इकाई में पदस्थ अमले को वन्यप्राणी अन्वेषण के उच्च कोटि का कार्य करने के कारण प्रदेश स्तर, देश स्तर एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है।