इस पर आनन-फानन में जच्चा-बच्चा को मेडिकल कॉलेज लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया, लेकिन परिवारीजन लखनऊ जाने के बजाए घर चले गए। पयागपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. एनबी जायसवाल का कहना है कि महिला का प्रसव स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर आशीष शुक्ला की देखरेख में सफलतापूर्वक हुआ है।
डॉक्टरों द्वारा प्लास्टिक बेबी होने की पुष्टि होने के बाद उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज लखनऊ ले जाने की सलाह दी गई। लेकिन परिवारीजन डॉक्टर की सलाह को नजरंदाज कर जच्चा-बच्चा दोनों को लेकर अपने घर चले गए।