‘परित्राणाय साधूनाम् एविनाशाय च दुष्कृताम्Ó का सन्देश देकर अपराधियों को सबक सिखाने का मैसेज भी बहराइच के नए एसपी ने जारी किया। एसपी जुगुल किशोर तिवारी ने बताया की वो गाजीपुर, बांदा, वाराणसी, इलाहाबाद, लखनऊ और चित्रकूट जैसे कई जिले की सेवा करने के बाद बहराइच जिले में बतौर एसपी तैनात हुए हैं। आप को बता दें की ये वही बहादुर पुलिस आफिसर हैं, जिसके नेतृत्व में चित्रकूट जनपद में फैले पाठा के घने जंगलों में विगत 16 जून 2009 को चली तीन दिनों तक दुर्दांत डकैत घनश्याम केवट के लाइव इनकाउंटर की कार्रवाई में मुख्य भूमिका अदा की थी। इस कार्रवाई का नतीजा रहा की जब तक जुगुल किशोर तिवारी चित्रकूट में तैनात रहे, तब तक उस इलाके में सारे डकैत अपनी मांद में दुबके रहे। यही नहीं, 2007 में बतौर एएसपी रहते दर्जनों मामलों में वांछित चल रहे माफिया व सांसद अतीक अहमद के इलाहाबाद में स्थित मकान से लेकर सांसद आवास दिल्ली के सरकारी मकान के अंदर लगी नल की टोंटी से लेकर चौखट बाजू तक उखड़वा कर थाने में जमा करा दिया था। वो सारा सामान आज भी संसद मार्ग थाने के मालखाने में जमा है। जिले का कार्यभार ग्रहण करते ही एसपी जुगुल किशोर तिवारी ने कहा कि लाइन आर्डर मेरी पहली प्राथमिकता है। महिलाओं के साथ छेडख़ानी करने वालों के खिलाफ भी हल्की धाराओं में नहीं, बल्कि एनएसए जैसी संगीन धाराओं में शख्त कार्रवाई की जाएगी। मीडिया से पहली बार मुखातिब हुए एसपी जुगल किशोर तिवारी ने बताया की दीर्घकालीन सराहनीय पुलिस सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक के साथ ही श्री मद् भागवत गीता का भारत में हिंदी में पद्म अनुवाद करने वाले इस आईपीएस अफसर को साहित्य रत्न पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।