युवा नेता व महाविद्यालय प्रशासन के बीच नोंकझोंक
बालिकाओं ने विधायक से भी की शिकायत
चौमूं.
राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से वर्तमान में तीन पारियों में चल रही परीक्षा के तहत गुरुवार को शहर के राजकीय कन्या महाविद्यालय में सुबह एवं शाम की पारी में तय समय बाद पहुंची अनेक बालिकाओं को परीक्षा में प्रवेश नहीं मिला। परीक्षा में प्रवेश दिलाने को लेकर बालिकाएं महाविद्यालय प्रशासन के सामने गिडगड़ाती रही, लेकिन प्रवेश नहीं मिलने से बिना परीक्षा दिए वापस लौटना पड़ गया। बालिकाओं ने विधायक डॉ. शिखा मील बराला से भी शिकायत की। इधर, सूचना पर पहुंचे युवा नेता अनुराग शर्मा और महाविद्यालय प्रशासन के बीच भी बालिकाओं को प्रवेश दिए जाने की बात को लेकर नोंकझोंक हुई, लेकिन महाविद्यालय प्रशासन एक नहीं सुनी और गेट को बंद कर दिया। आक्रोशित युवाओं ने युवा नेता शर्मा के सानिध्य में विरोध प्रदर्शन भी किया। शाम की पारी में भी तय समय के बाद पहुंची कई बालिकाओं को प्रवेश नहीं मिला। इससे परेशान होकर बालिकाएं वापस लौट गई।
जानकारी के अनुसार वर्तमान में राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से बीए, बीकॉम, बीएएसी द्वितीय एवंं तृतीय वर्ष की परीक्षाएं चल रही है। परीक्षाएं तीन पारियों में संचालित है। पहली पारी का समय सुबह 7 बजे से 10 बजे तक है। दूसरी पारी का समय 11 बजे से 2 बजे तक और तीसरी पारी का समय दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक है। परीक्षा शुरू होने से करीब 20 मिनट पहले तक परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिए जाने के निर्देश है। यहां शहर के राजकीय कन्या महाविद्यालय में भी तीनों पारियों में परीक्षा चल रही है। गुरुवार सुबह की पारी में बीए पार्ट तृतीय की इतिहास विषय की परीक्षा थी। तय समय से कुछ देरी के बाद पहुंची कई बालिकाओं को परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं देने दिया गया। इससे रोती-बिलखती बालिकाएं बिना परीक्षा दिए वापस लौट गई।(कासं.)
शाम की पारी में भी कई बालिकाएं रही वंचित
शाम की पारी में भी तय समय के बाद पहुंची कई बालिकाओं को प्रवेश नहीं मिला। शाम की पारी में बीए द्वितीय वर्ष की राजनीतिक विज्ञान, बीएसी पार्ट द्वितीय एवं तृतीय की भौतिक शास्त्र और वनस्पति विज्ञान की परीक्षा थी।
ब्लॉक अध्यक्ष व पार्षद भी पहुंचे
मामले की जानकारी पर ब्लॉक अध्यक्ष लोकेश शर्मा, पार्षद ममता कुमावत, अशोक र‘छोया, युवा कांग्रेस महासचिव कृष्ण कुमार सैनी, राकेश कुमावत, विनोद आर्य महाविद्यालय पहुंचे और प्राचार्य से वार्तालाप किया। उन्होंने दूरी से आने वाली बालिकाओं को कुछ समय में राहत देने और बालिकाओं को परीक्षा बैठाने को लेकर वार्ता की। ताकि किसी बालिकाओं का साल खराब नहीं हो पाए।
गुहार करती रही बालिकाएं
दूर-दराज से परीक्षा केन्द्र पर पहुंची बालिकाएं प्रवेश नहीं मिलने से बिलखती रही। बार-बार महाविद्यालय प्रशासन से परीक्षा में बैठाने को लेकर गुहार लगाती रही। आखिरी प्रवेश नहीं मिलने से वापस लौटना पड़ा। क्षेत्र के मंडा से पहुंची परीक्षार्थी बालिका का कहना था कि वह महज दो मिनट लेट हुई है। खूब विनती की, लेकिन प्रवेश नहीं मिला। इससे उसका एक साल खराब हो गया है।
इनका कहना है—-
राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षाएं चल रही है। परीक्षा शुरू होने से 20 मिनट पहले तक परीक्षार्थियों को प्रवेश देने के विश्वविद्यालय के निर्देश है। प्रवेश पत्र मेंभ्भी समय अंकित है। इस वजह से देरी से पहुंची बालिकाओं को प्रवेश नहीं मिला है।
—–डॉ. राजेन्द्र कुमार, प्राचार्य, राजकीय कन्या महाविद्यालय चौमूं।
शिकायत मिली थी। इस बारे में विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों से बातचीत की है। महाविद्यालय प्रशासन को भी कुछ समय देरी से पहुंचने पर परीक्षार्थियों को राहत देनी चाहिए।
—–डॉ. शिखा मील बराला, विधायक, विधानसभा चौमूं।