जानकारी के अनुसार रविवार सुबह पैलेस रोड के पास की पहाड़ी की चट्टान टूटकर 200 फीट की ऊंचाई से गिर गई। इसके साथ कई बड़े पत्थर नीचे आबादी क्षेत्र में भी गिरे। एक बड़ा पत्थर पहाड़ी की तलहटी में बने एक मकान के पास आकर गिरा। ये तो गनीमत रही कि पत्थर मकान पर नही गिरा। साथ ही उस समय पहाड़ी के आसपास कोई नहीं था।धमाका इतना तेज था कि आसपास घरों के लोग मारे डर के घरों से बाहर निकल आए।साथ ही दहशत के चलते पहाड़ी के आसपास बने घरों के लोग वापस घरों में जाने से कतराने लगे।
कस्बे के वार्ड 2 में एक माइन्स को सिलिकॉन निकालने की स्वीकृति विभाग द्वारा मिली हुई है, लेकिन माइंस में सिलिकॉन की आड़ में चेजा पत्थर के खनन व बेचान का काम बेख़ौफ धड़ल्ले से चल रहा है। माइन्स आबादी क्षेत्र के पास चल रही है और करीब दो सौ फीट की ऊंचाई पर असुरक्षित खनन कार्य किया जा रहा है। जिससे हमेशा खतरे का अंदेशा बना रहता है।
पहाड़ी से कई बार बड़े पत्थर टूट कर आबादी क्षेत्र में आ जाते हैं। अक्टूबर 2021 में भी इस पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर गया था। गनीमत रही ही उस समय भी माइन्स पर कोई नहीं था। साथ ही 8 जनवरी को भी इसी पहाड़ी से एक बड़ा पत्थर दो सौ फीट की ऊंचाई से पैलेस रोड के आबादी क्षेत्र में एक मकान के पास आकर गिर गया था। बार बार के हादसों से आसपास लोगों में भय व्याप्त है। वहीं ग्रामीणों की काफी शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।