चौमूं।
बर्फीली पहाड़ियों में पेट्रोलिंग के दौरान ऑक्सीजन स्तर कम होने से देश का लाल शहीद हो गया। उत्तराखंड के जाजरदेवलमें14वीं बटालियन, आईटीबीपी में तैनात था। पैतृक गांव अजीतगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के ढाणी लोहिया (चूडला तन सांवलपुरा तंवरान) निवासी शहीद रतनलाल गुर्जर की पार्थिव देह देर रात अजीतगढ़ पुलिस थाना पहुंची। सुबह 9 बजे तिरंगा बाइक रैली के साथ पार्थिव देह साढ़े तीन घंटे बाद चुड़ला पैतृक गांव पहुंची। जहां राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव ढाणी लोहिया अंतिम संस्कार किया। शहीद रतनलाल गुर्जर चार भाइयों में सबसे छोटे थे। बड़े भाई रामपाल गुर्जर भी भारतीय सेना में तैनात थे और तीन साल 11 माह पहले जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे।