हाल ही जम्मू-कश्मीर में झरने में नहाते चट्टान गिरने से हो चुकी सात की मौत, फिर भी नहीं ले रहे सबक
बगरू•Jul 31, 2018 / 04:58 pm•
vinod sharma
सामोद (जयपुर)। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में करीब एक सप्ताह पहले झरने में नहा रहे लोगों पर चट्टान गिरने से सात जनों की मौत के साथ दो दर्जन से अधिक घायल होने की घटना के बाद भी महारकला स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मालेश्वर धाम में सुरक्षा इंतजामों की अनदेखी की जा रही है।
हाल ही में हुई बारिश के कारण पहाड़ी पर छोटे-छोटे कई कुंड पूरी तरह लबालब हैं और झरने भी शुरू हो गए हैं। सुरक्षा के लिहाज से यहां ना कोई रोकटोक है और ना ही प्रशासन की ओर से कोई सुरक्षाकर्मी तैनात है।
मंदिर के पास बने प्राकृतिक कुंड में श्रद्धालु व पर्यटक नहाने का आनन्द उठाते हैं, लेकिन ना तो वहां कोई सुरक्षा बोर्ड लगा रखा है ना ही सुरक्षा के कोई बंदोबस्त। कुंडों की गहराई ज्यादा नहीं है, लेकिन उत्साही लोग पहाड़ी की ऊंचाई से कुंड में छलांग लगाते हैं। जिनमें छोटे बच्चे भी शामिल हैं। इनको रोकने वाला कोई नहीं है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
अरावली की पहाडिय़ों के बीच मालेश्वरनाथ मंदिर बना हुआ है, जो चमत्कारी शक्तियों से प्रसिद्ध है। सावन मास में विशेष तौर पर दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंचते हैं। अरावली की पहाडिय़ों से गिरते झरने व कुंड आकर्षित का विशेष केन्द्र हैं।
पुजारी व मंदिर प्रबंधन समिति के लोग ऐसे लोगों को रोकने-टोकने की कोशिश करते हैं तो लोग झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। जानकारों की मानें तो यहां पर पुलिसकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए।
फोटो : नवरतन शर्मा
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