बागपत

घोड़े मालिकों को अब इस विभाग ने क्षेत्र छोड़ने पर दी चेतावनी, उल्लंघन करने पर की जाएगी बड़ी कार्रवाई

मुख्य बातें

लोगों में फैली घोड़ोंं में ग्लैंडर्स फारसी की दहशत
पशु चिकित्सा विभाग जिले में घोड़ों के खून का सैंपल
सैंपल रिपोर्ट न आने तक घोड़े स्वामियों को क्षेत्र न छोड़ने के आदेश

बागपतJun 10, 2019 / 02:50 pm

Nitin Sharma

घोड़े मालिकों को अब इस विभाग ने क्षेत्र छोड़ने पर दी चेतावनी, नहीं मानने पर की जाएगी बड़ी कार्रवाई

बागपत। ग्लैंडर्स फारसी की बीमारी लगातार अश्वों में फैलती जा रही है और इस बीमारी के बढऩे के साथ ही अश्व मालिकों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इस बीमारी के होने के बाद अश्वों को मौत की नींद सुलाया जाता है। वहीं पशु चिकित्सा विभाग ने सैकड़ों अश्वों का खून का सैंपल ले लिया है। इसके साथ ही चेतावनी भी दी गई कि कोई भी अश्व मालिक अपना कार्य क्षेत्र न छोड़े। अन्यथा उसके खिलाफ पशु चिकित्सा विभाग की टीम बड़ी कार्रवाई करेगी।

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विभाग ने इसलिए दी घोड़ा मालिकों को क्षेत्र न बदलने की चेतावनी

जानकारी के अनुसार दो घोड़ों में ग्लैंडर्स रोग की पुष्टि होने पर पशु चिकित्सा विभाग ने जनपद को कंट्रोल एरिया घोषित किया हुआ है। जिले में बाहर से आने वाले अश्व प्रजाति के पशु का पूरी तरह से प्रतिबंध है। 30 नमूने घोड़ों के लिए जा चुके है। अश्व पालकों को डर सता रहा है कि अगर रिपोर्ट पॉजेटिव मिलती है, तो उन्हें हजारों का नुकसान का सामना करना पड़ेगा। जिसको देखते हुए अश्व पालक भट्रठे से अपने गणतव्य पर जाने की तैयारियां कर रहे है। उधर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार ने बताया कि अभी ग्लैंडर्स का केंद्र रहे निरोजपुर रोड के ईंट भट्रठे के पांच और दस किलो मीटर के दायरे से घोड़ों के रक्त के नमूने लेने का काम चल रहा है। साथ की साथ अश्व पालकों को सख्त चेतावनी दी जा रही है कि जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती है। तब तक भट्रठे को छोडकर अपने घर नहींं जाएंगे। यदि कोई अश्व मालिक अपना क्षेत्र छोड़कर जाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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एक घोड़े से दूसरे में ऐसे फैल जाती है यह बीमारी

यदि एक घोड़े में ग्लैंडर्स बीमारी होती है, तो वह दूसरे अश्व में भी फैला सकता है। इस बीमारी के कारण ही अश्व को मौत की नींद सुलाया जाता है। अश्व मालिकों पर नजर रखने के लिए पशु चिकित्सा विभाग की टीम भी नजर रखे हुए है और वह अन्य मजदूरों के माध्यम से अश्व मालिकों के बारे में पल-पल की नजर ले रहे है। इतना ही नहीं भट्रठे मालिकों को भी इसके लिए सख्त चेतावनी दे रखी है। यदि कोई मजदूर भट्रठे से जाता है, तो उसको नहींं जाने दिया जाएगा। इसकी सूचना तत्काल पशु चिकित्सा विभाग को दी जाए। सीवीओ ने बताया कि सोमवार से उन भट्रठाें पर पहुंचकर घोड़ों के रक्त के नमूने लिए जाएंगे, जो नमूने लेने से छूट गए है।

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