हालाकि बागपत से सासंद सत्यपाल सिंह के मोदी कैबिनेट में शामिल होने की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन पश्चिमी यूपी सो दो-दो जाट नेता में से मंत्रिमंडल में एक ही जाट नेता को शामिल किया गया। दरअसल बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह और मुजफफरनगर के सांसद संजीव बालियान दोनों ही ऐसे नेता है जिन्होंने पश्चिमी यूपी में जाट नेता के रूप में अपनी जगह बनायी है।
ये भी पढ़ें : VIDEO: UPSC परीक्षा में पास कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, इन उपकरणों का प्रयोग कर दूसरे की जगह देते थे परीक्षा दोनों ही नेताओं में काफी समानता है और उनकी स्थति भी मजबूत मानी जा रही है क्योंकि उन्होंने रालोद को हराया है। दोनों ही नेताओे ने लंबे समय से पश्चिम की राजनीति में सिंघासन का सुख भोगने वाले चैधरी अजीत सिंह के गढ को ध्वस्त कर नयी पारी की शुरूआत भी कर दी है।
ये भी पढ़ें : VIDEO: जब बेटी ने पिता की नहीं मानी बात, तो मुंह में कपड़ा ठूंस कर उठाया बड़ा कदम बागपत से सत्यपाल सिंह ने अगर जयंत चैधरी को हराया है तो मुजफफरनगर से संजीव बालियान ने बागपत से भागकर मुजफफरनगर सीट से चुनाव लड़ने वाले अजित सिंह को शिकस्त दी है, हालाकि उनकी जीत इतनी आसान नहीं थी। दोनों ही सीटों पर राजनीति के धुरेंद्र अजीत सिंह व बेटे जयंत चैधरी ने कड़ी टक्कर दी। लेकिन मोदी लहर के सामने सब पस्त हो गये। जिसका फायदा सत्यपाल सिंह और संजीव बालियान को मिला।
लेकिन अब पश्चिम से दोनों नेता में से किसी एक को मंत्री पद की शपथ मिल सकती थी, जिसके लिए संजीव बालियान का नाम आया और संजीव बालियान के सामने सत्यपाल का कद छोटा पड़ गया। हालाकि डाॅ सत्यपाल सिंह को इसका आभास पहले ही हो चुका था। सत्यपाल सिंह को मंत्री पद न मिलने से बागपत में विकास के कई काम रूक सकते है। लेकिन डाॅ सत्यपाल सिंह का कहना है कि मंत्री पद न मिलने से थोड़ा असर जरूर हो सकता है लेकिन विकास का कोई भी कार्य नहीं रूकेगा जनता से किये गये सभी वादे पूरे किये जायेंगे।
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