बागपत से रालोद सांसद राजकुमार सांगवान ने कहा कि कांवड़ यात्रा का सबसे ज्यादा प्रभाव पश्चिमी उत्तर प्रदेश में होता है। धार्मिक दृष्टि से यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। यूपी सरकार को इस आदेश के पीछे की मंशा को स्पष्ट करना चाहिए। हो सकता है कि सुरक्षा की दृष्टि से सरकार ने ऐसा फैसला लिया हो।
विपक्ष ने भी उठाया सवाल
सांगवान ने कहा कि सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने सवाल उठाया है, जिससे लोगों के अंदर भ्रम का माहौल पैदा हो गया है। मैं यह कहना चाहता हूं कि यह आदेश सिर्फ कांवड़ यात्रा मार्ग पर संचालित होटल, ढाबा और दुकानदारों के लिए हैं। पूरे प्रदेश में दुकानदारों को अपने नेम प्लेट लगाने का आदेश नहीं दिया गया है। यह भी पढ़ें