यह भी पढ़ें- इस नेता ने किया नसीरुद्दीन शाह की जुबान काटकर लाने वाले को 5 लाख का इनाम देने का ऐलान, देखें वीडियो- बता दें कि सोमवार की सुबह करीब 10 बजे मौहल्ला केतीपुरा के लक्ष्मण चौक पर कुरैसी व प्रजापतियों के बीच झगड़ा हो गया। देखते ही देखते यह विवाद साम्प्रदायिक संघर्ष में तब्दील हो गया। लक्ष्मण चौक पर रामपाल व कवंरसैन दो भाईयों की दुकान है। रामपाल के अनुसार, पड़ौसी इमरान को उन्होंने करीब चार दिन पूर्व भूसा चुराते हुए पकड़कर पुलिस को सौंपा था। माफी मांगने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया था। इसी बात को लेकर इमरान का परिवार उनसे रंजिश रखने लगा। आरोप है कि सोमवार को सुबह इमरान उसकी दुकान पर आया और सामान उधार न देने पर गाली-गलोच करने लगा। विरोध करने पर उसने मारपीट शुरू कर दी। जब उसका भाई उसे बचाने आया तो उस पर भी हमला कर दिया। इस बीच उसके परिवार के अन्य लोग लम्बू उर्फ इरशाद, चांद पुत्र इरशाद, अनस पुत्र इकबाल, परवेज पुत्र इकबाल, अमजद पुत्र कय्यूम, करीम पुत्र यासीन, बददल उर्फ शौकीन पुत्र मिद्दा, सलमान पुत्र इनाम, बल्लासानी पुत्र अख्तर, कय्यूम पुत्र अमजद अन्य लोग वहां आ गए और उन पर पथराव व फायरिंग की। आरोप है कि हमलावरों ने दुकानों में भी जमकर तारेड़फोड़ करते हुए 5 गैस सिलेंडर और नकदी समेत अन्य सामान लूट ले गए। इस दौरान वह लोग उनकी तीन भैसे भी खोल ले गए। पथराव में लक्ष्मण, राजवती पत्नी रामपाल, रामसिंह पुत्र दुलिया, मोहित पुत्र कवंरसैन व मनोज पुत्र कंवरसैन आदि घायल हो गए। इस संबंध में 11 लोगों के विरूद्ध धारा 147, 148, 149, 307 व 395 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
बुलंदशहर हिंसा: पुलिस ने गोकशी के एक और आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजा वहीं दूसरे पक्ष से सलीम का आरोप है कि रामपाल आदि लोग एक गुड़ विक्रेता के साथ मारपीट कर रहे थे। जब उन लोगों ने इसका विरोध किया तो उन्होंने गाली-गलोच करते हुए उनके साथ मारपीट शुरू कर दी और देखते ही देखते उनके पक्ष के अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने उन पर पथराव शुरू कर दिया। जिससे सीलम, आसिफ, पूर्व सभासद इरशाद, अनस व चांद आदि घायल हो गए। उन्होंने इस संबंध में रामपाल, कवंरसैन, मोहित, लक्ष्मण, वीरसैन व रामसिंह आदि 7 लोगों को नामजद कराते हुए कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पुलिस पर किया पथराव झगड़े की सूचना पर कस्बा चौकी इंचार्ज अशोक कुमार मय फोर्स के मौके पर पहुंचे और दंगा शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन दंगाइयों ने पुलिस पार्टी पर पथराव कर दिया। इससे पुलिस जीप का शीशा टूट गया और पत्थर लगने से मनोज व राहुल नामक दो सिपाही चोटिल हो गए। पुलिस पर पथराव किए जाने की सूचना मिलने के बाद एसपी शैलेश कुमार पाण्डेय, एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव, सीओ दिलीप सिंह व कोतवाल आरके सिंह भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लाठियां फटकार कर दंगा कर रहे लोगों को तितर-बितर किया। इस दौरार थानाध्यक्ष सिंघावली अहीर व थानाध्यक्ष खेकड़ा को भी मय फोर्स के मौके पर बुलाया गया। एसपी ने कहा कि नगर की फिजा खराब करने का प्रयास करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
पुलिस ने 50 अज्ञात लोगों के विरूद्ध किया मुकदमा दर्ज पुलिस ने भी पुलिस पर हमला करने व सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में 50 अज्ञात लोगों के विरूद्ध कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। इसके अलावा पुलिस ने दंगाईयों पर सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया है।
दो पुलिसकर्मियों को कर दिया बंद बताया जा रहा है कि पुलिस से बचने के लिए एक आरोपी इमरान छत के रास्ते से कूदकर भाग निकला। जब पुलिस वाले उसे पकड़ने के लिए उसके मकान की छत पर पहुंचे तो महिलाओं ने बाहर निकलने वाले रास्ते की दरवाजा बंद करके कुंडी लगा दी। इससे वह दोनों काफी देर तक मकान की छजली पर ही बंद रहे। एसपी के आने के बाद दरवाजा खुलवाकर दोनों को बाहर निकाला गया।