मिल सकता है महापौर का टिकट
शाइस्ता के बसपा में शामिल होने के पीछे बड़ा कारण प्रयागराज में अपनी सत्ता और प्रभाव को बरकरार रखना है। सूत्रों की माने तो बसपा शाइस्ता को महापौर का टिकट देने के लिए तैयार हो गई है। कार्यकर्ता सम्मेलन में ही शाइस्ता परवीन को प्रयागराज सीट से मेयर का उम्मीदवार भी घोषित करने की उम्मीद है।
बसपा पूर्वांचल में बनाना चाहती है नया समीकरण
बसपा को लोकसभा और विधानसभा चुनाव में करारी हार मिली थी। पार्टी के पास अब कोई प्रभावी मुस्लिम लीडर नहीं बचा है। इसलिए पार्टी निकाय चुनाव में एक अलग समीकरण तैयार करना चाहती है। बसपा निकाय चुनाव में दलित-मुस्लिम के समीकरण को साधकर वर्ष 2024 की तैयारियों को पुख्ता करने की कोशिश करेगी। यही वजह है पहले सहारनपुर में इमरान मसूद की मत्नी को उम्मीदवार बनाया और अब अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को महापौर का टिकट दिया जा रहा है।
ओवैसी को यूपी में लगा बड़ा झटका
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले एआईएमआईएम में शामिल हुई थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी ने लखनऊ में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। इसके बाद उनके शहर पश्चिमी से चुनाव लड़ने की चर्चा उठी। अंतिम समय में शाइस्ता ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया था।
एक महीने पहले ही शुरू हो गई थी चर्चा
शाइस्ता परवीन ने एक महीने पहले बसपा मुखिया मायावती से मुलाकात की बात कही थी। इसके बाद ही उन्होंने महापौर का चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। अब वे सदस्यता लेने के बाद मायावती से मिलने जाएंगी।
यह भी पढ़ेंः
कभी प्रयागराज में बोलती थी अतीक की तूती
अतीक अहमद ने वर्ष 1989 से राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। पहली बार वह इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट से निर्दल विधायक चुने गए थे। इसी सीट से 1991 और 1993 में भी उन्होंने निर्दल लड़कर जीत हासिल की थी। 1996 में अतीक सपा में शामिल हुए और चौथी बार विधायक बने।
यह भी पढ़ेंः
अपना दल में भी रहे अतीक अहमद
अतीक अहमद 1999 में सपा छोड़कर सोनलाल पटेल की पार्टी अपना दल में शामिल हो गए थे। अतीक प्रतापगढ़ से चुनाव लड़े और उसे हार गए। 2002 में अपना दल ने अतीक को इलाहाबाद पश्चिमी से टिकट दिया और अतीक चुनाव जीत गए।
यह भी पढ़ेंः
मुलायम ने दोबारा किया था सपा में शामिल
2003 में मुलायम सिंह यादव की सरकार बनी तो अतीक अहमद फिर सपा में शामिल हो गए थे। 2004 के लोकसभा चुनाव में अतीक अहमद सांसद चुने गए थे। 2014 में अतीक अहमद श्रावस्ती से चुनाव लड़े लेकिन हार गए। वर्तमान में अतीक अहमद जेल में बंद है।