डीडी कृषि डाॅ. आरके मौर्य ने बताया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले के 767131 कृषकों द्वारा पंजीकरण कराया गया है। जांच में 728200 किसान पात्र व 38931 किसान अपात्र पाए गए हैं। योजनान्तर्गत वर्तमान में जनपद के 642984 कृषकों के खाते में धनराशि भेजी गयी है। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जनपद के समस्त राजस्व ग्रामों के लाभार्थियों का स्थलीय सत्यापन कराते हुए अपात्र कृषको से वसूली एवं पात्र लाभार्थियों के डाटा दुरूस्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है। सत्यापन में 41422 किसानों का आधार इनवैलिड एवं 24703 किसानों का आधार नेम मिसमैच पाया गया है।
फीड कृषकों का डाटा सत्यापन/संशोधन हेतु राजस्व एवं कृषि विभाग के कार्मिकों का ग्रामवार रोस्टर बनाते हुए 05 अगस्त से 31 अगस्त तक अभियान चलाया जा रहा है। जिन किसानों का डाटा दुरूस्त नहीं है वे उसे ठीक करा सकते है। ताकि उनकी किश्त भेजी जा सके। उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया कि कुछ किसान कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत कर योजना की किस्ते प्राप्त कर रहे है। अब तक कुल 1582 इस तरह के अपात्र लाभार्थी पाये गये है। अपात्र लाभार्थियों से योजनान्तर्गत प्राप्त लाभ धनराशि की नियमानुसार वसूली की प्रक्रिया चल रही है। उक्त लोग अब तक प्राप्त की गयी धनराशि वापस कर दंडात्मक कार्रवाई से बच सकते हैं। अपात्र किसानों को एक मौका दिया गया है। अगर वे तत्काल धनराशि वापस नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू की जाएगी।