आजमगढ़। पासपोर्ट के सत्यापन के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने नया कदम उठाया है। पासपोर्ट फार्म के सत्यापन के लिए अब दारोगा का आवेदनकर्ता के घर पहुंचना अनिवार्य कर दिया गया है। आवेदक के घर पहुंच कर जांच अधिकारी सत्यापन कर टैबलेट से जियो टैगिग करेंगे। ऑनलाइन जियो टैगिग के लिए शासन से मिले 96 टैबलेट जिले के सभी थानों के दारोगाओं को वितरित कर दिया गया।
अभी तक पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाले लोगों की जांच ऑफलाइन होती थी। अब शासन के आदेश पर ऑफलाइन की व्यवस्था खत्म कर ऑनलाइन कर दिया गया है। पासपोर्ट आवेदन की जांच के लिए आने वाली पत्रावली को संबंधित थाने के सब इंस्पेक्टर अब आवेदनकर्ता के घर पर पहुंच कर उसका पूरा विवरण ऑनलाइन दर्ज कर उसे शासन की ओर से उपलब्ध कराए गए टैबलेट पर ऑनलाइन जियो टैगिग करेंगे। टैबलेट पर इंटरनेट की भी व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। जियो टैगिग के बाद एलआइयू की जांच प्रक्रिया भी खत्म कर दी गयी है। एलआइयू के सब इंस्पेक्टर जियो टैगिग पर अपलोड किए गए आवेदनकर्ता के तथ्यों की जांच करेंगे। इस प्रक्रिया के लागू होने से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि पासपोर्ट की जांच प्रक्रिया ऑनलाइन कर दिए जाने से भ्रष्टाचार की शिकायतें दूर होंगी। आवेदक को घर बैठे ही पूरी जानकारी हासिल हो जाएगी कि उसकी पासपोर्ट की पत्रावली पर पुलिस ने क्या रिपोर्ट लगाई है। उसकी पत्रावली कहां तक पहुंची है। आवेदक को भाग दौड़ अब नहीं करना होगा। सारा विवरण अब ऑनलाइन कर दिया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि पासपोर्ट की जांच प्रक्रिया ऑनलाइन कर दिए जाने से भ्रष्टाचार की शिकायतें दूर होंगी। आवेदक को घर बैठे ही पूरी जानकारी हासिल हो जाएगी कि उसकी पासपोर्ट की पत्रावली पर पुलिस ने क्या रिपोर्ट लगाई है। उसकी पत्रावली कहां तक पहुंची है। आवेदक को भाग दौड़ अब नहीं करना होगा। सारा विवरण अब ऑनलाइन कर दिया गया है।