बिजनौर की रहने वाली है अमरीना
अमरीना बिजनौर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली है। पप्पू रामपुर शाह बाद का रहने वाला है। अब दोनों पति-पत्नी बन गए हैं। दोनों का विवाह चर्चा का विषय बना हुआ है।
मिस्ड कॉल से शुरू हुई थी प्रेम कहानी
अमरीना के मोबाइल पर दो साल पहले पप्पू का मिस्ड कॉल गया था। इसके बाद उसने कॉल बैक किया। दोनों में बातचीत शुरू हुई तो वह प्रेम में बदल गई। दोनों ने साथ जीने का फैसला कर लिया। दोनों समाज से डरते भी थे। इसलिए अपने प्रेम संबंध को कुछ समय तक राज ही रखना चाहते थे।
बात खुली तो परिवार ने किया विरोध
दोनों के प्रेम संबंध के बारे में कुछ दिन पहले परिवार के लोग जान गए। इसके बाद उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। दोनों को अलग-अलग धर्मों का होने के कारण परिवार को शादी मंजूर नहीं थी। वहीं पप्पू और अमरीना अपने फैसले पर अडिग थे। उन्होंने साथ जीने का मन बना लिया था। इसलिए मौका देख दोनों घर छोड़कर भाग गए।
बिहारीपुर आश्रम में लिए सात फेरे
दोनों की शादी में कुछ परिचितों ने मदद की। पप्पू के मुताबिक दोस्तों की मदद से वह बिहारीपुर में पंडित केके शंखधार के आश्रम पहुंचा। सोमवार को उन्हें बालिग होने का प्रणाम पत्र दिखाकर शादी की ईच्छा जाहिर की। महंत केके शंखधार ने दोनों का विवाह करा दिया। अमरीना ने ईश्वर की पूजा के सात फेरे लिए। कहा कि अब मैं हिंदू हूं। नाम राधिका देवी रख लिया है। पप्पू से परिचय के बाद ही तय कर लिया था कि विवाह कर सनातनी संस्कृति-परंपरा के अनुसार ही करेगी।
पुलिस अधिकारियों से मांगी सुरक्षा
बुधवार को राधिका और पप्पू पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर सुरक्षा की मांग की। पप्पू ने बताया कि दोनों के परिवार के लोग शादी के खिलाफ हैं। इसलिए उन्हें सुरक्षा की जरूरत है। वहीं अमरीना उर्फ राधिका ने कहा कि भगवान में पहले ही आस्था थी। अब विवाह के बाद तीन तलाक का डर भी खत्म हो गया है। कुछ लोगों को इस रिश्ते से परेशानी हो रही है। इसलिए घर वापस नहीं जाऊंगी। पति पप्पू जहां चाहेंगे, वहां गुजर कर लूंगी।