रिपोर्ट:-रणविजय कुमार
आजमगढ़। पिछले तीन साल से बिल्डिंग निर्माण के नाम पर रोडवेज प्रशासन द्वारा बसों का संचालन सड़क से कर की जारी अवैघ वसूली और आम आमदी के उत्पीड़न का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। हिंद सेवा दल निषाद सेना अब रोडवेज प्रशासन के खिलाफ आर पार की लड़ाई छेड़ने का मन बना चुका है। संगठन के लोग जल्द ही आरएम का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी अगर रोडवेज का संचानल परिसर से नहीं शुरू किया गया तो सीएम योगी आदित्य नाथ, परिवहन मंत्री व डीएम की शव यात्रा निकालेंगे। संगठन का मानना है कि उनके सामने इसके अलावा कोई रास्ता बचा ही नहीं है। कारण कि पूर्व में हुए आंदोलन के दौरान जिला प्रशासन और रोडवेज के अधिकारियों ने जो वादे किये गए थे उससे मुकर गए है और इनके उपर शिकायत तथा आम आदमी की समस्या का कोई असर नहीं हो रहा है।
बता दें कि रोडवेज का नया भवन डेढ़ वर्ष पूर्व से बनकर तैयार है। परिसर में प्लेटफार्म आदि के निर्माण का कार्य 16 महीने में अधिकारी पूरा नहीं करा सके हैं। या यूं भी कहा जा सकता है कि वे इसे पूरा ही नहीं कराना चाहते। कारण कि रोडवेज बसों का तिराहे से संचालन होने पर इनका फायदा है। रोडवेज बसों से प्रतिदिन हजारों का माल फर्जी ढंग से ढोया जा रहा है। बसें रोडवेज तिराहे पर खड़ी होती है और माल धीरे से यहीं उतार दिया जाता है। उसकी कोई रसीद नहीं काटी जाती। कैपंस में बस खड़ी होने पर यह खेल बंद हो जाएगा। कारण कि तब बसें सीसीटीवी की नजर में होगी।
इसके अलावा रोडवेज विभाग के लोग निजी बस संचालकों को मिलीभगत कर प्राइवेट वाहन भी यहां से लोड़ कराते हैं बदले में भारी भरकम कमीशन लेते हैं। होता ये है कि रोडवेज की बसें तिराहे पर आड़ी तिरछी खड़ी कर जाम की स्थिति उत्पन्न की जाती है फिर उसी बीच निजी बस आती है और सवारी बैठाकर निकल जाती है। विभाग के लोग भी नहीं चाहते कि यह खेल बंद हो। पिछले दिनों हिंद सेवा दल निषाद सेना के अध्यक्ष रामकिशुन निषाद ने इन मामलों को लेकर रोडवेज तिराहे पर धरना व अनशन किया तो जिला प्रशासन और रोडवेज प्रशासन के लोगों ने आश्वासन दिया कि बसों का संचालन परिसर से होगा। हाल में शासन को रिपोर्ट भी भेजी गयी कि संचालन परिसर से हो रहा है लेकिन हकीकत में बसें आज भी तिराहे पर ही खड़ी हो रही है। इससे आम आदमी को दिन भर जाम झेलना पड़ रहा है। इससे संगठन के लोग काफी नाराज है।
हिंद सेवा दल निषाद सेना के अध्यक्ष रामकिशुन निषाद ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रोडवेज के अधिकारी और कर्मचारियों की मनमानी के कारण चालक बसों को परिसर में न खड़ा कर बाहर तिराहे पर खड़ा कर जाम लगा रहे है। इसकी लिखित शिकायत कई बार रोडवेज प्रशासन व जिले के उच्चाधिकारियों से किया गया लेकिन आश्वासन के शिवाय कुछ नही मिला। रोडवेज प्रशासन की मनमानी के कारण ही आये दिन बवाल की स्थिति बनी रहती है। कुछ महीनों पूर्व जाम की समस्या को लेकर आवाज उठाने वाले समाजसेवी के भाई पर निगम के कर्मचारियों ने पुलिस पर दबाव बनाकर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज करा दिया था। इसके बाद हम लोगों ने रोडवेज के बाहर भूख हड़ताल करने के लिए विवश होना पड़ा था। रोडवेज पर जाम की समस्या का समाधान का हवाला देकर जिला प्रशासन ने भूख हड़ताल को समाप्त कराया लेकिन फिर से निगम के कर्मचारी बेतरतब ढ़ंग से गाड़ियां खड़ी कर जाम व स्थानीय लोगों से दुर्व्यवहार व मारपीट कर रहे है।
अब साफ हो गया है कि ये मानने वाले नहीं है। इसलिए हमने फैसला किया है कि फिर से आंदोलन शुरू होगा। आंदोलन के पहले चरण में हम रोडवेज तिराहे पर धरना प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान सीएम योगी आदित्य नाथ, परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, डीएम और आरएम की शव यात्रा निकालकर अंतिम संस्कार करेंगे। इसके बाद भी अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आरएम कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू करेगे।
Hindi News / Azamgarh / यूपी सरकार से नाराज लोगों ने किया ऐलान, कहा एक-एक दिन निकालेंगे इन बीजेपी नेताओं की शवयात्रा