आजमगढ़. शिक्षकों के हितों के लिए सदैव संघर्ष करने वाले शिक्षक विधायक स्व. पंचानन राय की 9वीं पुण्यतिथि पर दलीय सीमा टूटती नजर आयी। शिक्षकों के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों ने नेता हरिऔध नगर स्थित स्व. राय के आवास पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किये। सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि स्व.पंचानन राय के त्याग, बलिदान, आचरण से सबक लेकर आगे बढ़ चढ़ कर कार्य करना ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उनके जैसा आदर्शवादी नेता होना मुश्किल है। महामंत्री इंद्रासन सिंह ने कहा कि शिक्षकों के हृदय सम्राट 28 नवम्बर 1943 को जन्म लेकर 5 सितम्बर 2007 को हम सभी को असमय छोड़ कर चले गए। उनके पदचिह्नों पर चलना ही हम सभी के लिए सच्ची श्रद्धांजली होगी। डा.संजय त्रिपाठी ने संघर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि शून्य से शिखर तक की उपलब्ध्यिं बैंक से वेतन, ट्रेजरी से पेंशन, सेवा सुरक्षा आदि संघर्षों के बल से प्राप्त किया। ऐसे व्यक्ति को नमन कर आदर्श मानकर श्रद्धांजलि अर्पित किया। पूर्व प्राचार्य डा.मालती मिश्र ने स्व.राय के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसा नेता न हुआ और न होगा जो शिक्षकों कर्मचारियों, जनता की सेवा करते हुए काल कलवित हुआ और शिक्षक दिवस के दिन ही अमर हुआ। स्व. राय के चित्र पर उनकी पुत्री विनीता राय, पत्नी अंगूरा देवी, भांजा विनोद राय, सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, एवं भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष सहजानन्द राय, महामंत्री इंद्रासन सिंह, धु्रव मित्र शास्त्री ने श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर प्रभुनारायण पाण्डेय प्रेमी, दुखंती यादव, ध्रुवमित्र शास्त्री, दिवाकर तिवारी, वशिष्ट सिंह, मुन्नू यादव, डा.रवींद्र नाथ राय, सुरेंद्र प्रताप राय, डा.सुजीत श्रीवास्तव, कल्पनाथ सिंह, राम अशीष कन्नौजिया, झिनकू यादव, मधु तिवारी, सुधीन्द्र राय, छत्रधारी यादव आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विजय कुमार सिंह, कमलेश राय, उग्रसेन सिंह, मदन लाल, राजीव अस्थाना, अजय नाथ, विजयी राय, मालती सिंह आदि उपस्थित रहीं। अध्यक्षता रामबिहारी सिंह तथा संचालन प्रभाकर राय ने किया।