पूछताछ में व्यापारी ने बताया कि उसने 3 दिसंबर को अपनी बहन से पैसा लिया था। उस पैसे को उसने शेयर मार्केट में लगा दिया। उसे शेयर मार्केट में घाटा हो गया। उसके पास बहन को देने के लिए पैसे नहीं बचे। इसलिए उसने फर्जी लूट की घटना बताई।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि व्यापारी ने फोन करके अपने साथ हुई लूट की घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंचने पर प्रथम दृष्टयता मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने फर्जी लूट की बात स्वीकार कर ली है।
अब उस व्यापारी के खिलाफ पुलिस को गुमराह करने का मामला चलाया जायेगा।