बताते हैं कि एपेक्स हॉस्पिटल में भर्ती मरीज की हालत गुरुवार की देर रात बिगड़ गई। इसके बाद उसका सीपीआर शुरू किया गया। इसी बीच मरीज के परिजन 17-18 की संख्या में सीसीयू में घुस आए और सभी ने डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के साथ मारपीट और तोड़फोड़ शुरू कर दी। आरोप है कि वहां मौजूद नर्सों के साथ छेड़खानी और कपड़े फाड़ दिए। मारपीट के बाद मरीज का शव लेकर जबरदस्ती चल दिए और सिक्योरिटी गार्ड के रोकने पर उसे पिस्टल सटा कर जान से मारने की धमकी भी दी।
अस्पताल प्रबंधन से जुड़ी अनुपमा सिंह ने बताया कि सात अक्टूबर को बड़ागांव थाना के प्रतापपट्टी गांव के सौरभ चंद्र मिश्रा को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी किडनी और हृदय ठीक से काम नहीं कर रहा था। दस अक्टूबर को मरीज के परिवार वाले डिस्चार्ज करा कर ले गए लेकिन उसी शाम फिर मरीज को लेकर आ गए। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी स्थिति ठीक नहीं है लेकिन परिवार वालों की सहमति के आधार पर फिर मरीज को सीसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। गुरुवार की रात उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने मारपीट और तोड़फोड़ की।
इस संबंध में अनुपमा सिंह ने घटना से संबंधित सीसीटीवी फुटेज और तहरीर चितईपुर थाने में दी है। जिसमें सात लोगों को नामजद करने के साथ ही दस अज्ञात लोगों पर तोड़फोड़ करने, चिकित्सकों को मारने पीटने तथा महिला कर्मचारियों के साथ अश्लील हरकत करने और उनके कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। थानाध्यक्ष का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।