सपा, आप और कांग्रेस द्वारा जमीन खरीदी में घोटाले का आरोप लगाए जाने के बाद चंपत राय ने राम मंदिर ट्रस्ट का पक्ष रखते हुए बताया कि सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने करीब 10 साल पहले बाग बिजेसर की जमीन कुसुम पाठक और हरीश पाठक से खरीदी थी। तब इस जमीन का सौदा 2 करोड़ तय हुआ था। जब ट्रस्ट ने इस जमीन को खरीदने की इच्छा जताई तो सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने पाठक परिवार से इस जमीन का बैनामा तय रेट पर 18 मार्च 2021 को कराया। फिर उसे वर्तमान रेट के हिसाब से मंदिर ट्रस्ट को 18.5 करोड़ में बेचा। इसमें कहीं से कोई घोटाला या हेराफेरी नहीं है।
12080 वर्ग मीटर जमीन पर विवाद
जिस जमीन पर विवाद है वह कुल 12080 वर्गमीटर है। इसे वर्ग फुट में बदलने पर यह 130028.04 वर्ग फिट बैठती है। यदि इसे 18.50 करोड़ में विभाजित किया जाए तो यह जमीन 1384.3167 रुपये प्रति वर्ग फ़ीट की पड़ेगी। जबकि, रेलवे स्टेशन से सटी होने की वजह से इसकी कीमत कम से कम दो से ढाई हजार रुपए प्रति वर्ग फीट होनी चाहिए।
जिस जमीन पर विवाद है वह कुल 12080 वर्गमीटर है। इसे वर्ग फुट में बदलने पर यह 130028.04 वर्ग फिट बैठती है। यदि इसे 18.50 करोड़ में विभाजित किया जाए तो यह जमीन 1384.3167 रुपये प्रति वर्ग फ़ीट की पड़ेगी। जबकि, रेलवे स्टेशन से सटी होने की वजह से इसकी कीमत कम से कम दो से ढाई हजार रुपए प्रति वर्ग फीट होनी चाहिए।
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एग्रीमेंट पर क्या कहता है कानून
अयोध्या बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता रवि प्रकाश पाठक कहते हैं कि 18 मार्च 2021 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और प्रॉपर्टी डीलर सुल्तान अंसारी व रवि प्रकाश तिवारी के बीच हुआ एग्रीमेंट वैध है। बैनामा के बाद संपत्ति को किसी अन्य व्यक्ति को पुराने बैनामे के आधार पर या एक नया बैनामा कर बेच सकता है। यह कहीं से गलत नहीं है।
भूमि पूजन के बाद बेतहाशा बढ़े जमीन के दाम
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के पूजन के बाद जमीन की कीमत चार गुना तब बढ़ गयी है। अयोध्या के अंदरुनी इलाकों में जमीन की कीमत 1000 से 1500 रुपए प्रति वर्ग फीट है, और शहर के बीचों-बीच 2000-3000 रुपए प्रति वर्ग फीट है। लोग धर्मशाला, होटल और कम्युनिटी किचन के लिए जमीन खरीद रहे हैं। यूपी सरकार भी अयोध्या को एक मॉडल रिलिजियस टूरिस्ट हब के रूप में विकसित करने का काम कर रही है। इसलिए बड़े बिजनेसमैन अयोध्या में इंवेस्टमेंट में रुचि दिखा रहे हैं।
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के पूजन के बाद जमीन की कीमत चार गुना तब बढ़ गयी है। अयोध्या के अंदरुनी इलाकों में जमीन की कीमत 1000 से 1500 रुपए प्रति वर्ग फीट है, और शहर के बीचों-बीच 2000-3000 रुपए प्रति वर्ग फीट है। लोग धर्मशाला, होटल और कम्युनिटी किचन के लिए जमीन खरीद रहे हैं। यूपी सरकार भी अयोध्या को एक मॉडल रिलिजियस टूरिस्ट हब के रूप में विकसित करने का काम कर रही है। इसलिए बड़े बिजनेसमैन अयोध्या में इंवेस्टमेंट में रुचि दिखा रहे हैं।