विओन को इंटरव्यू देते हुए अरुण योगीराज ने बताया कि रामलला की मूर्ति की आंखें बनाने के लिए सिर्फ 20 मिनट का समय था। उन्होंने कहा कि आंखे बनाने के लिए 20 मिनट का मुहूर्त था। इसलिए हमें आंखों का काम पूरा करने के लिए 20 मिनट का समय दिया गया था।
इसके आगे अरुण योगीराज ने बताया कि आंखों को बनाने से पहले मुझे सरयू नदी में स्नान करना पड़ा। हनुमान गढ़ी और कनक भवन में पूजा के लिए गए। उन्होंने बताया कि काम के लिए एक सोने की चिनाई वाली कैंची और चांदी का हथौड़ा दिया गया। उन्होंने बताया कि आंखें बनाने के समय काफी उलझलन में थे। हालांकि वे 10 तरीकों से आंखें बना सकते हैं।